भाजपा और एलजी साहब चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन दिल्लीवासियों को मिल रही योग की क्लासेज़ को हम बंद नहीं होने देंगे- अरविंद केजरीवाल

दिल्ली सरकार का ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ कार्यक्रम बंद नहीं होगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने  योग टीचर्स के साथ बैठक कर उनमें जोश भरा। अब कल से पूरी दिल्ली में दोबारा से योग की क्लासेज लगेंगी। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा और एलजी साहब चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन दिल्लीवासियों को मिल रही योग की क्लासेज़ को हम बंद नहीं होने देंगे। कल से दोबारा योग क्लास पूरी दिल्ली में शुरू होंगी। मैंने योग शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि आप चिंता न करें, आपका मासिक मेहनताना मैं दूंगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिस मॉडल को पूरे देश में लागू करना चाहिए था, उसे बंद करने के लिए सारी राजनीतिक ताकतें लग गई हैं। दिल्ली की योगशाला से अस्थमा व पैरालिसिस के मरीज ठीक हो रहे थे, लेकिन सभी ताक़तें योग क्लासेज को बंद करवाना चाहती हैं। आज दिल्ली में 17 हजार लोगों को हम फ्री में योग करवा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली के 17 लाख लोग योग करें और एक दिन मैं देश के 130 करोड़ लोगों को फ्री में योग करवाऊंगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की योगशाला के अंतर्गत दिल्ली के लोगों को योग कराने वाले 250 से अधिक योग टीचर्स से आज दिल्ली विधानसभा परिसर में मुलाकात की। इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि योग की क्लास बंद नहीं होंगी। आप अपनी-अपनी एरिया में कल सुबह से योग की क्लास लेने के लिए जाइए। आप किसी तरह की चिंता मत कीजिए। मेरी कई लोगों से बात हो गई है। महीने के अंत में आपको आपकी पेमेंट मैं कराउंगा। चाहे सरकार से कराउं या फिर किसी अन्य माध्यम से कराउंगा या चाहे मुझे भीख मांगनी पड़े, लेकिन आपकी पेमेंट महीने के अंत में जरूर होगा। योग की क्लासेज किसी भी हालत में बंद नहीं होनी चाहिए। दिल्ली में यह बहुत ही शानदार प्रयोग किया गया था। हम लोगों ने दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं बहुत अच्छी कर दी है। बहुत सारे मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए हैं। अब महिलाओं के लिए अलग से मोहल्ला क्लीनिक बनने जा रहे हैं। पहले दिल्ली सरकार के अस्पतालों की हालत बुरी हुआ करती थी। उनको अब शानदार बना दिए हैं। दवा और टेस्ट सब फ्री कर दिया है। मेरे मन में बार-बार यह विचार आ रहा था कि लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत ही क्यों पड़े? अगर हम किसी तरह लोगों को स्वस्थ रख सकें। प्रतिदिन व्यायाम करा सकें, तो लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत कम पड़ेगी।
दिल्ली में योग का अब ऐसा मॉडल तैयार हो गया था, जिसको पूरे देश में लागू किया जा सकता था- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरी दुनिया को योग भारत की देन है। हम पूरी दुनिया में जाकर योग की व्याख्या करते हैं, लेकिन अपने देश के बहुत कम लोग योग करते हैं। इस भाव के साथ योग की क्लास शुरू की गई थी। अभी तक सरकारी महकमों में योग का महत्व केवल इतना ही होता था कि साल में एक बार सारे टीवी कैमरा के सामने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाए। इससे योग का प्रचार नहीं होता है। योग का प्रचार तब होता है, जब प्रतिदिन सुबह योग का अभ्यास किया जाए। उसके लिए एक प्रशिक्षित योगा टीचर की जरूरत होती है। इसलिए हमने तय किया कि दिल्ली सरकार योग सिखाने के लिए फ्री में टीचर देगी। लोग बताएं कि उनको योग करना है या नहीं करना है। ये टीचर एक तरफ लोगों को योग कराएंगे और दूसरी तरफ योग का प्रचार भी करेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग योग से जुड़ सकें। यह कार्यक्रम पिछले साल दिसंबर में शुरू हुआ। जब भी कोई नई चीज की शुरूआत होती है, तो उसमें कई समस्याएं होती हैं। इसमें भी कई समस्याएं आईं। उन सारी समस्याओं को ठीक किया गया और अब एक बड़ा शानदार और सफल कार्यक्रम बन गया था। मुझे लगता है कि दिल्ली में अब ऐसा मॉडल तैयार हो गया था, जिसको पूरे देश में लागू किया जा सकता था। इतने कम समय में आप लोगों ने दिल्ली के 17 हजार लोगों को योग कराना चालू कर दिया। एक तरफ, यूनिवर्सिटी योगा टीचर्स तैयार करती जा रही थी और दूसरी तरफ लोग योग से बड़ी तेजी से जुड़ते जा रहे थे। यह तो एक तरह से पूरे देश के 130 करोड़ लोगों का मॉडल बन गया था।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 75 में हमारे देश की गड़बड़ी यही रही है कि कोई अच्छा काम हो, तो उसको सीख कर हम बाकी जगह लागू नहीं करते हैं, बल्कि सारी ताकतें उसे रोकने में लग जाती हैं। हमारे देश में सारे एक-दूसरे को नीचे खींचने की कोशिश करते हैं। ऐसा नहीं है कि दिल्ली में कोई अच्छी चीज हो रही है, तो उसको राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, वेस्ट बंगाल, असम वाले भी करें। सब करें न, लेकिन वो नहीं करेंगे। दिल्ली वाले कैसे कर रहे हैं, इनको भी रोको। इसलिए हम पिछले 75 साल में पीछे रह गए। ऐसा नहीं है कि हमारा देश किसी से कम है। हमारा देश के लोग पूरी दुनिया में जाकर खूब तरक्की करते हैं। लेकिन अपने देश में आकर पार्टीबाजी और राजनीति आदि के चक्कर में सब गड़बड़ हो जाता है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जी ने महीने भर पहले बताया कि योग की क्लास बंद करने की कोशिश की जा रही है, तो मुझे भी बहुत ज्यादा दुख हुआ कि इतना अच्छा कार्यक्रम है। योग को कौन बंद करता है। यह तो पुण्य का काम है। कहा जाता है कि किसी गरीब बच्चे को पढ़ा दो या किसी बीमार का इलाज करा दो तो पुण्य होता है। इसी तरह किसी को योग सिखा दो तो पुण्य होता है। आप लोग जो योग करा रहे हैं और बदले में जो पेमेंट मिल रही है, यह बहुत छोटी चीज है। लेकिन जो पुण्य कमा कर रहे हैं, यह बहुत बड़ी चीज है। आप सरकार का बहुत पैसा भी बचा रहे हैं। योग की वजह से पैरालिसिस और अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति ठीक हो गया और अब वो हमारे अस्पताल से दवाइयां नहीं ले रहा है। मान लीजिए कि एक योगा टीचर को 15 हजार रुपए महीने में मिलते हैं। तो इतने की तो एक मरीज दवाइयां ले जाता है। इसके अलावा लोगों को मानसिक तौर पर जो शांति मिलती है, उसकी तो कोई कीमत ही नहीं है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज मैं आपके सामने एक मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि एक आम नागरिक के तौर पर खड़ा हूं। मैं आपके और दिल्ली वालों के बड़ा भाई बनकर खड़ा हूं। मैं दिल्ली के दो करोड़ लोगों को अपना परिवार मानता हूं। यह हमारा परिवार है। इस परिवार की देखभाल करना मेरी जिम्मेदारी है। कुछ भी हो, लेकिन योगा क्लासेज को बंद नहीं होने देंगे। इसको पूरी ताकत के साथ बंद करने की कोशिश की जा रही है। यही इस कार्यक्रम की सफलता का सबसे बड़ा सबूत है। इसको बंद करने के लिए सारी बड़ी ताकतें खड़ी हैं। उनको पता है कि दिल्ली में योग घर-घर पहुंच रहा है और हम लोग लोगों के दिल जीत रहे हैं। हम लोगों के दिल जीत रहे हैं, इसीलिए उन लोगों को तकलीफ हो रही है। मैं आप लोगों से यह विनती करने आया हूं कि आप लोग योग की क्लास बंद नहीं करेंगे। कल से हर हाल में योग की क्लास शुरू होंगी। आप लोगों की यही खूबी है कि जिस तरह से आप लोग जितना प्रेम भाव से योग सिखाते हैं, वो लोगों को बड़ा पसंद आ रहा है। लोग कहते हैं कि बहुत प्यार से सिखाते हैं, बहुत प्यार से सुनते हैं और हमारे साथ बात करते हैं। आप अपना वही आचरण जारी रखना। लोगों को प्यार ही चाहिए। लोगों की आधी बीमारी प्यार से ही ठीक हो जाती है। अपना टारगेट लेकर चलना है। अभी हम 17 हजार लोगों को योग करा रहे हैं। अपने को 17 लाख लोगों तक पहुंचना है। हम और भी टीचर तैयार करेंगे। आप अपनी पेमेंट की चिंता मत करना। इस देश के लोग दे देंगे। हमारे देश के लोग बहुत दानी हैं। दान-पुण्य करने में हमारे देश के लोग पीछे नहीं रहते हैं। पैसे की चिंता मत करना। मैं पैसा लेकर आउंगा। लोगों को मुझ पर भरोसा है कि केजरीवाल अगर पैसे मांग रहा है, तो ठीक ही काम कर रहा होगा। इसको पैसे दे दो।
वहीं, मीडिया से बात करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 590 जगहों पर योग की क्लास होती है और 17 हजार से अधिक लोग रोज योग की क्लास करते हैं और हमें इसे और भी आगे लेकर जाना है। योगा टीचर ने लोगों की डायबिटीज, पैरालिसिस और अर्थराइटिस समेत कई सारी बीमारियों का इलाज किया है। अचानक से दिल्ली के एलजी साहब और भाजपा ने मिलकर योगा क्लास बंद करा दी। दिल्ली में दो दिन से योगा की क्लास नहीं हो रही हैं। मैंने सभी योगा टीचर्स से क्लासेज जारी रखने को कहा है। कल से जहां-जहां योग योग की क्लासेज हो रही थीं, वहां होंगी। मैंने टीचर्स से कहा है कि आप पेमेंट की चिंता मत करना है। जो भी अपकी पेमेंट होगी, उसे मैं लाकर दूंगा। मैं डोनर से बात कर डोनेशन एकत्र करूंगा। चाहे  इसके लिए मुझे भीख ही क्यों न मांगनी पड़े लेकिन महीने के अंत में सबको पेमेंट मिलेगी। अभी 17 हजार लोग योग कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य 17 लाख लोगों को योग कराने का है। मेरा अपना मानना है कि अच्छा काम करने वाले का बड़प्पन होता है और काम रोकने वाले का बड़प्पन नहीं होता है। सभी ताकतों से अपील है कि येाग पर राजनीति न करें। यह लोगों के स्वास्थ्य की बात है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अभी मैंने दिल्ली की योगशाला के योग शिक्षकों के साथ मीटिंग की। कल से दोबारा योग क्लास पूरी दिल्ली में फिर से शुरू होंगी। मैंने योग शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उनका मासिक मेहनताना मैं दूंगा। वे दिल्ली के लोगों को योग सिखाने का काम जारी रखें। योग प्रशिक्षण का काम हम रुकने नहीं देंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट कर कहा, ‘‘आज दिल्ली में 17,000 लोगों को हम फ्री में योग करवा रहे हैं। हमारा टारगेट है कि दिल्ली के 17 लाख लोग योग करें। एक दिन देश के 130 करोड़ लोगों को फ्री योग करवाऊंगा।’’
वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ’’आज अरविंद केजरीवाल जी के साथ दिल्ली की योगशाला के योग प्रशिक्षकों से संवाद में, प्रशिक्षकों ने बताया कि योग क्लास को बंद करने की साज़िश से जनता में बहुत ज्यादा दुख और गुस्सा है। सभी साज़िशें फेल होंगी, अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली की योगशाला किसी हाल में बंद नहीं होने देंगे।’’
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक अन्य ट्वीट कर कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल जी के विज़न के तहत व सभी योग प्रशिक्षकों की बदौलत योग एक जनांदोलन बन चुका है। सभी योग प्रशिक्षकों ने वादा किया है कि कल से दिल्ली की योगशाला वापस जारी होगी। इन सबकी सैलरी की ज़िम्मेदारी हम स्वयं लेंगे। कुछ भी करेंगे, पर दिल्ली को योग के लाभ से वंचित नहीं होने देंगे।
इससे पहले, सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने योग टीचर्स से संवाद कर योग करने वाले लोगों की प्रतिक्रिया जानी। डिप्टी सीएम ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली के निवासियों का आह्वान किया था कि अगर आप योग करना चाहते हैं, तो हम सरकार की तरफ से प्रशिक्षित योगा इंस्ट्रक्टर उपलब्ध कराएंगे। अरविंद केजरीवाल ने इसको करके दिखा दिया। अब इसको रूकने नहीं दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने सभी टीचर्स से पूछा कि जहां आप लोगों को योग करा रहे थे, वहां लोगों का योग बंद होने पर क्या प्रतिक्रिया है। योग टीचर्स ने बताया कि जब लोगों को पता चला कि दिल्ली की योगशाला बंद हो रही है, तो वे बहुत निराश हो गए। हम लोग भी निराश हो गए कि कल से योग क्लास लेने नहीं जाएंगे। अभी उनके मैसेज आ रहे हैं कि कब योग कराने आएंगे। टीचर्स ने बताया कि योग कर रहे लोगों ने कहा कि योग की क्लास को बंद न होने दीजिए। हमारा सहयोग जहां चाहिए, वहां हम लोग देने के लिए तैयार हैं। एक महिला योग टीचर ने बताया कि वे त्रिलोकपुरी की स्लम एरिया में योग की क्लास लेती हैं। वहां सुबह चार बजे महिलाएं अपने घर का काम खत्म करके योग करने आती थीं। उनको बहुत फायदा भी हो रहा था। जब उनको पता चला कि योगा क्लास बंद हो रही है, तो वे महिलाएं रोने लगीं। एक अन्य योग टीचर ने बताया कि वो जिन लोगों को योग करा रहे थे, वे पहले दवा ले रहे थे, लेकिन योग करने के बाद उन्होंने दवा लेनी बंद कर दी थी। योग की क्लास बंद होने के बाद फिर उनको दवा लेनी पड़ रही है। योग की क्लास बंद होने से लोगों में बहुत आक्रोश है।
प्रदूषण पर राजनीति मत करो, प्रदूषण केवल दिल्ली-पंजाब में नहीं है, पूरे उत्तर भारत में है, पंजाब-दिल्ली के लोग अपने स्तर पर सभी कदम उठा रहे हैं, केंद्र को आगे आकर सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर समाधान निकालना होगा- अरविंद केजरीवाल
प्रदूषण पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने का कि मैं मानता हूं कि प्रदूषण एक समस्या है। प्रदूषण पूरे उत्तर भारत की समस्या है। प्रदूषण पर केवल राजनीति हो रही है। समाधान की कोई बात नहीं करना चाहता है। ऐसा दिखाया जा रहा है, जैसे केवल दिल्ली और पंजाब ने पूरे देश में प्रदूषण कर दिया है। सिर्फ पंजाब और दिल्ली की वजह से प्रदूषण हो रहा है। आप अगर पूरे उत्तर भारत के सारे शहरों के प्रदूषण का डेटा उठाकर देखें, तो हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश के सारे शहरों में प्रदूषण हो रहा है और सारे शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगभग बराबर चल रहा है। तो क्या आम आदमी पार्टी ने सब जगह प्रदूषण कर दिया है। अगर पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण हो रहा है। तो इसका समाधान प्रधानमंत्री जी को निकालना पड़ेगा। उनको बैठ कर बात करनी पड़ेगी। प्रधानमंत्री बाहर निकल कर सबकी बैठक क्यों नहीं कर रहे हैं और इसका समाधान क्यों नहीं निकाल रहे हैं? मैं मीडिया की मजबूरी समझ सकता हूं। मीडिया के अंदर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने की हिम्मत नहीं है। मीडिया को आगे कर दिया जाता है कि केजरीवाल को गाली दो। मुझे गाली देने से अगर पूरे देश की प्रदूषण की समस्या का समाधान होता हो, तो बहुत अच्छी बात है। मुझे 24 घंटे गाली दो। लेकिन मुझे गाली देने से समाधान नहीं होगा। भाजपा वाले किसानों को सुबह से गाली देने लग जाते हैं कि किसान पराली क्यों जला रहे हैं? पंजाब के सीएम भगवंत मान के पास केंद्र से रोज चिट्ठी आती है कि कितनी एफआईआर की। किसानों के खिलाफ एफआईआर करने को इतने उत्साहित क्यों हो रहे हो? क्यों किसानों पर एफआईआर करना चाहते हो। जब आपको घर में रोटी, चावल, सब्जी चाहिए होती है, किसानों के पास जाते हैं। किसान आपका पेट पालते हैं। सीएम अरविंद केजीवाल ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने कुछ नहीं की तो पंजाब सरकार ने एक प्रस्ताव बनाकर भेजा और केंद्र सरकार को बोला कि किसानों को इंसेंटिव दिया जाए। कहा गया कि 500 प्रति एकड़ दिल्ली सरकार, 500 प्रति एकड़ पंजाब सरकार और 1500 रुपए प्रति एकड़ केंद्र सरकार दे दे। लेकिन केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। केंद्र सरकार का कहना है कि हम तो किसानों के लिए कुछ नहीं करेंगे। इन किसानों ने हमारे खिलाफ आंदोलन क्यों किया था। दो साल पहले किसानों ने हमारे खिलाफ इतना बड़ा आंदोलन किया। अब हम किसानों के लिए कुछ नहीं करने वाले हैं। केंद्र सरकार और भाजपा को किसानों से इतनी नफरत क्यों है? उसी नफरत का कारण है कि आज चारों तरफ इतना धुंआ है। हमें किसानों को समाधान देना पड़ेगा। दिल्ली सरकार अपने स्तर पर जो कर सकती है, हम कर रहे हैं। हम अपने स्तर पर धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। पानी का छिड़काव कर रहे हैं। निर्माण कार्य रोक दिए हैं। ग्रेप लागू कर दिया है और पंजाब सरकार अपने स्तर पर जो कर सकती है, वो कर रही है। अगर केंद्र सरकार प्रदूषण नियंत्रित करने में कामयाब नहीं है, तो इस्तीफा दे दे, हम करके दिखा देंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ प्रदूषण पर राजनीति मत करो। प्रदूषण केवल दिल्ली और पंजाब में नहीं है, पूरे उत्तर भारत में है। किसान को गालियां मत दो। उस पर एफआईआर मत करो। पंजाब और दिल्ली के लोग अपने स्तर पर सभी कदम उठा रहे हैं। केंद्र को आगे आकर सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर समाधान निकालना होगा।’’
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