माननीय उपराज्यपाल ने उत्तरी दिल्ली में अशोक विहार में वैष्णवी -न्यू डीडीए पार्क और नर्सरी की नींव रखी।

राष्ट्रीय राजधानी में हरियाली और इको-फ्रैडली खुले सार्वजनिक स्थानों को और बढ़ावा देने के लिए – माननीय उपराज्यपाल, श्री वी.के. सक्सैना ने अपने एजेंडे के प्रखर मुद्दों को ध्यान में रखते हुए आज उत्तरी दिल्ली के अशोक विहार में वैष्णवी, डीडीए पार्क और नर्सरी की आधारशिला रखी। यह डीडीए ग्रीन्स के पहले स्थलों में से एक है, जिसका माननीय उपराज्यपाल ने मई 2022 में शपथ लेने के बाद दौरा किया था तथा कचरे और सी एंड डी अपशिष्ट से भरी अब तक की बंजर भूमि को सौंदर्य की दृष्टि से आकर्षक सार्वजनिक पार्क और नर्सरी के रूप में विकसित करने का निदेश दिया था। उसके बाद माननीय महोदय के मार्गदर्शन में इसका डिजाइन कर दिया गया है।

यह परियोजना लगभग 33 एकड़ के एक बड़े पार्क को विकसित करने के लिए अशोक विहार फेज II में सात खंडित हरित क्षेत्रों को समेकित करती है, जिसे “वैष्णवी” नाम दिया गया है – यह नाम तुलसी के पौधे को दिया गया है, जो सभी पौधों में सबसे पवित्र है, जिसका दूसरा नाम “देवी पार्वती ” भी है और “वे जो भगवान विष्णु से संबन्धित हैं”। लैंडस्केप स्कीम सांख्य दर्शन के अंतरिक्ष प्रतीकवाद को ग्रहण की गई है ।परियोजना के शुभारंभ के अवसर पर इस क्षेत्र के सांसद डॉ. हर्षवर्धन और डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
परियोजना के माध्यम से एक सार्वजनिक पार्क के रूप में एक पर्यावरणीय संपत्ति विकसित करने का प्रस्ताव है। यह पार्क एक एकीकृत केंद्र की तरह काम करेगा, जहां शहरवासियों और पर्यटकों को हाइड्रोपोनिक खेती की जानकारी पर विशेष जोर देकर वहां प्रदर्शित की जाने वाली प्लांट नर्सरी, वर्मी-कम्पोस्टिंग, मधुमक्खी पालन और मिट्टी के बर्तनों की जुड़ी गतिविधियों के माध्यम से प्रकृति के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान किया जाएगा।

सेंट्रल एरिया को एक सार्वजनिक पार्क के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसमें मुख्य स्थानों में पौराणिक वृक्ष प्रजातियों का सूक्ष्म परिचय दिया गया है और इंटरैक्टिव मूर्तियां और बहुउद्देशीय मैदान इसका मुख्य आकर्षण हैं। इस स्थान के अंदर एक स्टैंडिंग रेस्तरां होगा जो पार्क के समय के बाद संचालित हो सकेगा। एक पृथक मार्ग रेस्तरां क्षेत्र को पार्क से जोड़ेगा।
पार्क के आस-पास के क्षेत्र में इंटरैक्टिव जोन में विभिन्न प्रकार की पौधों की सामग्री का प्रदर्शन किया जाएगा। इन्हें एक सेंट्रल वॉटर चैनल के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जो मूर्तियों के साथ एक कॉमन स्पाइन की तरह काम करेगा। यहां मिट्टी के बर्तनों की गतिविधि भी प्रस्तुत की जाएंगी। प्राकृतिक रूप में प्लांट और प्लांट-ओरिएंटिड व्यापार के संगठित व्यावसायिक आदान-प्रदान केलिए एक स्थान निर्धारित किया गया है।

रुचि रखने वाले लोगों को हाइड्रोपोनिक्स और मधुमक्खी पालन की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ पौधों संबंधी जानकारी प्रदान करने हेतु अधिक गतिविधियों के लिए इनर लॉकेशन आरक्षित हैं। पार्क में वर्मी-कम्पोस्टिंग के माध्यम से अपनी खुद की खाद उत्पन्न करने का प्रस्ताव है। सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता को स्थानीय नाले पर ऑन-साइट एसटीपी के माध्यम से पूरा किया जाएगा। स्थानीय निवासियों के उपयोग के लिए कुछ समीपवर्ती स्तर के पार्कों को विशिष्ट रूप से निर्धारित किया गया है। चूंकि यह एक समयबद्ध परियोजना है इसलिए निर्माण को सुगम बनाने के लिए गतिविधियों को चरणबद्ध किया गया है और चारदीवारी और एसटीपी को प्राथमिकता आधार पर शुरू किया जाएगा।

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