प्रदेश को विकास की नई उड़ान देने के लिए 25 सेक्टर्स पर फोकस

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने कहा कि समावेशी विकास की सोच के साथ आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2023 के सार्थक परिणाम आएंगे। उत्तर प्रदेश को विश्वव्यापी ख्याति मिलेगी। दूरदर्शितापूर्ण नीतियों को लागू कर तथा उसके कार्यान्वयन से उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नए भारत का ग्रोथ इंजन बनने में सक्षम भी है और इसके लिए तैयार भी है। उत्तर प्रदेश समृद्ध होगा तो भारत भी समृद्ध होगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को उत्तम निवेश प्रदेश बनाने में सहायक सिद्ध होगा। मुख्य अतिथि राष्ट्रपति जी यहां यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं।

राष्ट्रपति जी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य में उत्तर प्रदेश ने एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देने का संकल्प लिया है। देश की कुल अर्थव्यवस्था का पांचवा हिस्सा उत्तर प्रदेश से पूरा होगा। इस संकल्प के सिद्ध होने से प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर अभियान को भी काफी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 के शानदार आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिस प्रकार पूरे विश्व में प्रशंसा हुई थी, उनकी कामना है यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को भी विश्वव्यापी ख्याति मिले।

उत्तर प्रदेश न केवल आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा  प्रदेश है बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। देश की कई योजनाओं में प्रदेश पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश की धरती अन्नदाता की धरती है। खाद्यान्न, गन्ना, आलू आदि व दूध के उत्पादन में यह देश में अग्रणी है। उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित उद्यमिता विकास की अनेक सम्भावनाएं हैं। प्रदेश सरकार फूड प्रोसेसिंग पॉलिसी से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहित कर रही है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ की तरफ से वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और इस दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिलेट्स की डिमांड और सप्लाई चेन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

औद्योगिक विकास के लिए राजनीतिक स्थिरता व निरंतरता  सहायक सिद्ध होती है। उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिस प्रकार प्रक्रियाओं को सरल बनाने के प्रयास किए गए हैं वह सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में 95 लाख एम0एस0एम0ई0 हैं, जो देश में सर्वाधिक हैं। एम0एस0 एम0ई0, कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार का अवसर प्रदान करने वाला क्षेत्र है। आर्थिक विकास में एम0एस0एम0ई0 की प्रमुख भूमिका है।

उत्तर प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर काफी कम हुआ है। सड़क यातायात, हाइवे व एक्सप्रेस में निवेश से आर्थिक विकास में काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता है कि देश में 65 प्रतिशत मोबाइल उपकरण अकेले उत्तर प्रदेश में बनते हैं। यही नहीं परम्परागत उद्यम को बढ़ावा देने वाली उत्तर प्रदेश की एक जिला एक उत्पाद योजना (ओ0डी0ओ0पी0) भी काफी सफल है। परम्परागत उद्योगों को बढ़ावा देने से स्थानीय स्तर पर आर्थिक उन्नयन तो होता ही है, निवेशकों को भी काफी अवसर मिलता है।

उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का भी निर्माण हो रहा है। यह डिफेंस कॉरिडोर देश की रक्षा आत्मनिर्भरता को सफलता प्रदान करने के साथ ही उद्यम, रोजगार और विकास को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने प्रदेश सरकार की इस बात के लिए भी प्रशंसा की कि यहां विकास के साथ पर्यावरण संतुलन के भी अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर भी विकसित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के यह प्रयास देश के ग्रीन एनर्जी लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि जब निवेश का माहौल बनता है तो स्वरोजगार को भी बल मिलता है। इस दिशा में स्टार्टअप को लेकर उत्तर प्रदेश में काफी महत्वाकांक्षी प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि देश के सबसे युवा राज्य उत्तर प्रदेश का स्वरोजगार में भी अग्रणी स्थान होगा।

राष्ट्रपति ने प्रदेश सरकार की इस बात के लिए भी सराहना की की उत्तर प्रदेश में विकास के सामाजिक आयामों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां आर्थिक विकास के साथ ही सामाजिक व आध्यात्मिक, सांस्कृतिक विकास के प्रयास भी किए जा रहे हैं। ऐसा विकास ही सुनियोजित विकास होता है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में महिला उद्यमियों व शिल्पकारों को खासी भागीदारी दी गई। आधी आबादी का विकास किए बिना देश का विकास संभव नहीं है।

राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य भारत को सुपर पावर बनाना है। विरासत से युवाओं को जोड़कर 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा को आगे बढ़ाने के साथ शिक्षा में निवेश को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। शिक्षा व निवेश के संगम से काफी परिवर्तन आएगा।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल जी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का उद्देश्य राज्य सरकार के नीतिगत सुधारों एवं औद्योगिक नीतियों को निवेशकों के समक्ष रखकर उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित करना है। यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को उत्कृष्ट प्रदेश बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगी। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में राष्ट्रपति जी एवं प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन इस बात को दर्शाता है कि देश का शीर्ष नेतृत्व उत्तर प्रदेश के विकास के लिए कितना गम्भीर है।

राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का महत्वपूर्ण और सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। उत्तर प्रदेश भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी विशिष्ट है। विगत 06 वर्षाें में उत्तर प्रदेश ने देश व दुनिया के सामने एक नयी पहचान स्थापित की है। अब नये भारत का नया उत्तर प्रदेश आकार ले रहा है। प्रदेश आज शिक्षा, निवेश व निवेश युक्त वातावरण के लिए जाना जा रहा है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से ज्यादा सामथ्र्य अकेले उत्तर प्रदेश में है। नयी वैल्यू एवं सप्लाई चेन विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश आज एक नया चैम्पियन बनकर उभर रहा है।

राज्यपाल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन से राज्य के औद्योगिक परिवेश में एक सकारात्मक परिवर्तन आया है और  यह परिवर्तन धरातल पर दिखायी दे रहा है। उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कार्य देश-दुनिया के सामने हैं। प्रदेश सरकार ने अपने सफल प्रयासों से राज्य के निर्यात को दोगुना करने में सफलता प्राप्त की है। राज्य सरकार प्रदेश में तकनीकी आधारित निवेश गतिविधियों को सफलता पूर्वक संचालित कर रही है। विभिन्न सूचकांकों में उत्तर प्रदेश शीर्ष स्थान वाला राज्य बनकर उभरा है। देश को 05 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री जी के सपने को साकार करने में उत्तर प्रदेश अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राष्ट्रपति  श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी का देश के हृदय स्थल उत्तर प्रदेश के निवेश महाकुम्भ में स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में विगत 10 फरवरी, 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की उपस्थिति ने एक नयी ऊँचाई प्रदान की है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत 09 वर्षाें में पूरी दुनिया में देश का जो सम्मान बढ़ा है, उसका लाभ हमें यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2023 के भव्य आयोजन में दिखायी दिया है। इस समिट में वैश्विक व्यापारी समुदाय निवेश के सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश की तरफ आकर्षित होता दिखायी दिया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश असीम सम्भावनाओं वाला प्रदेश है। औद्योगिक निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी की अनुकम्पा से यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को सफलतापूर्वक सम्पादित किया गया है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को नये भारत का एक विकसित राज्य बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है। आने वाले कुछ वर्षाें में उत्तर प्रदेश अपने 01 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पूरा कर देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का प्रदेश बनने में सफल होगा। इस निवेश महाकुम्भ से प्रदेशवासियों को औद्योगिक निवेश, विकास और युवाओं के लिए रोजगार की प्राप्ति होगी। उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए देश का सबसे सुरक्षित गंतव्य है। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ निवेशकगण के लिए भी यह निवेश अत्यन्त फलदायी सिद्ध होगा।

इस निवेश महाकुम्भ के अवसर पर उत्तर प्रदेश को 33 लाख  50 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह प्रस्ताव सभी सेक्टर्स को मिले हैं। यह उत्तर प्रदेश में पहली बार हो रहा है कि निवेश राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश हो रहा है। अकेले पूर्वांचल क्षेत्र में 09 लाख 54 हजार 492 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए 04 लाख 27 हजार 873 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन निवेश प्रस्तावों को व्यवस्थित रूप से लागू किया जाएगा। इसके लिए मंत्रिगण, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव स्तर के शासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपनी सभी सहयोगी टीम के माध्यम से निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का कार्य किया जाएगा। इससे प्रदेश सरकार राज्य में 93 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने में सफल होगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी के परफाॅर्म, रिफाॅर्म, ट्रांसफाॅर्म के मूलमंत्र को अंगीकार करते हुए विभिन्न सेक्टर्स की पारदर्शी नीतियों के साथ तकनीक का इस्तेमाल करते हुए व्यापारी समुदाय के सामने निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए 04 पिलर्स तय किये हैं। इनमें, इन्वेस्टर्स रिलेशनशिप मैनेजमेन्ट पोर्टल ‘निवेश सारथी’ के माध्यम से निवेशकों की जिज्ञासाओं का समाधान, समस्या निवारण और निवेश परियोजनाओं का अनुश्रवण किया जा रहा है। एम0ओ0यू0 होने के पश्चात आॅनलाइन सिंगल विण्डो पोर्टल ‘निवेश मित्र’ की सुविधा निवेशक को प्रदान की गयी है, जिसके माध्यम से निवेशकों को 33 विभागों की 406 सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। प्रत्येक निवेशक के साथ एक पेशेवर व्यक्ति मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र की तैनाती की गयी है। जिन निवेशकों का निवेश उत्तर प्रदेश की धरती में सम्पन्न हो चुका है, उन निवेशकों को समय से इन्सेंटिव प्रदान करने के लिए एक आनलाइन इन्सेंटिव मैनेजमेन्ट सिस्टम प्रदेश सरकार ने राज्य में लागू किया है। आज इसी निष्पक्ष, पारदर्शी एवं भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था और बेहतर कानून-व्यवस्था का परिणाम है कि देश व दुनिया का निवेश उत्तर प्रदेश में आकर्षित हुआ है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी प्राचीन आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता रहा है। दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी में बाबा विश्वनाथ का  धाम पूरी दुनिया को आज अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या, श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा-वृन्दावन, दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज कुम्भ, भगवान बुद्ध की साधना स्थली एवं महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में उत्तर प्रदेश देश-दुनिया में जाना जाता है।

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