केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला ने सागर परिक्रमा के पांचवें चरण का नेतृत्व किया

केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्तम रुपाला ने आज ऐतिहासिक गेटवे ऑफ इंडिया से सागर परिक्रमा कार्यक्रम के पांचवें चरण का नेतृत्व किया। केंद्रीय मंत्री श्री रुपाला ने कल शाम महाराष्ट्र के रायगढ़ के कारंजा जेट्टी में हितधारकों को संबोधित किया था। श्री रुपाला अधिकारियों के साथ आज और कल महाराष्ट्र और गोवा में छह स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।कारंजा जेट्टी के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रुपाला ने लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड और ई-श्रम कार्ड वितरित किए। उनके आगमन पर स्थानीय समुदाय द्वारा उनका पारंपरिक स्वागत किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला ने कहा, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना मछुआरा समुदाय के कल्याण में सरकार की गहरी रुचि को दर्शाती है। कार्यक्रम के लिए बजट में 20,000 करोड़ रुपये की उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि समय-समय पर अतिरिक्त प्रावधान किए जाते हैं।

श्री रुपाला आज बाद में रत्नागिरी जिले के दाभोल में आरजीपीपीएल जेटी जाएंगे। भारत में मत्स्य क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और लाखों मछुआरों को आजीविका प्रदान करता है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा जलीय कृषि उत्पादक देश है। भारत में नीली क्रांति ने मछुआरों के महत्व को प्रदर्शित किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता और आर्थिक कल्याण में सुधार करने और अधिक आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए भारत सरकार द्वारा सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया गया है।

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