एनबीसीसी ने सेक्टर 76, नोएडा में क्रिस्टल होम्स परियोजना को सौंपने की शुरुआत की

एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड ने सेक्टर 76, नोएडा में क्रिस्टल होम्स परियोजना के उद्घाटन और फ्लैट सौंपने संबंधी समारोह का सफलतापूर्वक आयोजन किया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री आर. वेंकटरमणी, भारत के अटॉर्नी जनरल एवं लर्नेड कोर्ट रिसीवर, आम्रपाली, विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री के.पी. महादेवास्वामी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर श्री रवि भाटियाफोरेंसिक ऑडिटर एवं सदस्य, एस्पायर कोर्ट कमेटी;  श्री डी.के. मिश्रा, निदेशक, एस्पायर तथा डॉ. सुमन कुमार, निदेशक (वाणिज्य), एनबीसीसी एवं            श्री अंजीव कुमार, निदेशक (वित्त), एनबीसीसी भी उपस्थित रहे।समारोह के दौरान55 हर्षित ग्राहकों को एनओसी और कब्जा पत्र सौंपे गए और उनके गृह स्वामित्व की यात्रा के एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में गृहस्वामियों ने अपार संतुष्टि और आभार व्यक्त किया तथा एनबीसीसी द्वारा किए गए पारदर्शी और कुशल निष्पादन की सराहना की।

घर के कई खरीदारों ने बताया कि उन्होंने अपने सपनों का घर के कभी पूरा होने की सारी उम्मीदें छोड़ दी थी लेकिन एनबीसीसी ने उनका विश्वास दोबारा कायम किया है। एक भावुक गृह स्वामी ने कहा, “हमने उम्मीद छोड़ दी थी। एनबीसीसी ने न केवल हमें घर दिया हैबल्कि हमारा विश्वास भी लौटाया है।” एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “हम वर्ष 2012 से इंतजार कर रहे थे। हमने बहुत पहले ही इस दिन का सपना देखना छोड़ दिया था… लेकिन एनबीसीसी ने इसे सच कर दिखाया।” खरीदारों ने इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और व्यावसायिकता की प्रशंसा की तथा समय पर सुपुर्दगी और संचार के प्रति एनबीसीसी की प्रतिबद्धता की सराहना की। एक संतुष्ट निवासी ने कहा“पूरी प्रक्रिया अत्यधिक पारदर्शी थी और हर चरण के बारे में स्पष्ट रूप से बताया गया था। एनबीसीसी टीम ने वास्तव में उत्कृष्ट कार्य किया है।” उनकी सामूहिक संवेदनाएं उस गहरे विश्वास और प्रशंसा को दर्शाती हैं जिसे एनबीसीसी ने न केवल घरों की सुपुर्दगी करने बल्कि दोबारा उम्मीद कायम करने के अपने समर्पण के माध्यम से अर्जित किया है।

क्रिस्टल होम्स परियोजना में 9 टॉवर हैं जिनमें 3 और 4 बीएचके की कुल 972 रिहायशी इकाइयां हैं। मूल रूप से वर्ष 2012 में पूर्ववर्ती आम्रपाली समूह द्वारा शुरू की गई इस परियोजना को वित्तीय और प्रशासनिक कुप्रबंधन के कारण अत्यधिक विलंब का सामना करना पड़ा। हालाँकिभारत के माननीय उच्चतम न्यायालय के समय पर और निर्णायक हस्तक्षेप तथा तत्पश्चात न्यायिक निगरानी में एनबीसीसी द्वारा अधिग्रहण के बादपरियोजना अब पूर्ण हो चुकी है। निर्माण में समय पर सुपुर्दगीग्राहक संतुष्टि और उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखते हुए, एनबीसीसी राष्ट्र निर्माण और शहरी विकास में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में सेवारत है।