बलिया से सटे माल्देपुर गंगा घाट पर सोमवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे ओहार करने जा रहे लोगों से भरी नाव पलट गई। इससे नाव पर सवार दर्जनों लोग डूबने लगे। आसपास के लोगों की मदद से तमाम लोगों को बाहर निकाला गया। छह को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से तीन को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। एक गम्भीर महिला को वाराणसी रेफर कर दिया गया, जबकि दो का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार गड़वार थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव निवासी नेपाल खरवंशी के नाती और नतिनी का मुंडन संस्कार था। इसमें परिवार और रिश्तेदारी के लोग शामिल होने आये थे। रस्म निभाने के लिए परिवार के कुछ सदस्य नदी पार करने के लिए नाव पर सवार हुए।
नाविक ने कुछ अन्य परिवार वालों को भी इनके साथ ही बैठा लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सवारों की संख्या करीब 40 हो गयी थी। नाव खुलने के पांच मिनट बाद ही डूबने लगी। उसमें पानी घुसने लगा। देखते ही देखते नाव डूब गई। संयोग था कि पास में ही पीपा पुल था। कुछ लोगों ने पुल की रस्सी की मदद से तमाम लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। डूब रहे छह लोगों को बाहर निकाला गया। इनमें में तीन को डॉक्टरों ने मृत घोधित कर दिया। मृतकों में इंद्रावती (उम्र 56 वर्ष) पत्नी नेपाल खरवंशी, गंगोत्री (उम्र 55 वर्ष) पत्नी मुख्तार खरवार के अलावा एक अज्ञात है। इंद्रावती और गंगोत्री देवरानी-जेठानी हैं।
इनके अलावा दोकटी थाना क्षेत्र के लालगंज की मंजू दूबे (उम्र 50 वर्ष) और फेफना थाना क्षेत्र के सागरपाली की सुंदरी (उम्र 51 वर्ष) का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। जबकि सुखपुरा की मालती (उम्र 52 वर्ष) को रेफर कर दिया गया है। डीएम रवींद्र कुमार के अनुसार हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। बचाव कार्य चल रहा है। अन्य किसी के लापता होने की फिलहाल सूचना नहीं है।