जीवन को स्वस्थ रखने के लिये कुछ समय योग के लिये निकालना आवश्यक है: अवधेश झा

विद्यालय एवं इसके आस पास के बच्चों को योग सीखने के लिये सुनहरा अवसर -भारती कालरा

दिल्ली संस्कृत अकादमी दिल्ली सरकार द्वारा मस्ती की पाठशाला के अन्र्तगत राजकीय सर्वोदय सह शिक्षा विद्यालय सेक्टर -8 रोहिणी नई दिल्ली में योग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है । आज कार्यशाला का चैथा दिवस था । आज विद्यालय के प्रचार्या श्री अवधेश झा ने प्रातः दीप प्रज्जवलन कर कार्यशाला को प्रारम्भ किया । इस अवसर पर उन्होनंे भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को योग के बारे में जानकारी साझा करते हुये कहा कि जीवन को स्वस्थ के लिये कुछ समय योग के लिये निकालना आवश्यक है । योग के माध्यम से हम अपने दैनिक जीवन को सुधार सकते हैं । शरीर स्वस्थ है तो सभी कार्य अपने आप पूर्ण होते हैं । संस्कृत की अनेक विधाओं में योग का अपना अलग ही महत्व है । शरीर को निरोग रखने के लिये योग की जरूरत है ।

भारतीय योग दर्शन में जीवन को निरोग रखने के लिये महर्षि पतंन्जलि ने योग के बारे में बताया है ।
इस अवसर पर प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन करने के लिये विद्यालय की उप प्रधानाचार्या श्रीमती भारती कालरा ने प्रतिभागियों के साथ योग किया और प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने हमारे विद्यालय एवं इसके आस पास के बच्चों को योग सीखने के लिये सुनहरा अवसर दिया है ।

जिसके लिये दिल्ली की माननीया शिक्षा मंत्री सुश्री आतिशी एवं दिल्ली संस्कृत अकादमी के सचिव डाॅ0 अरुण झा के प्रति हम आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने इस योग कार्यशाला को करने का अवसर दिया । हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अवधेश झा छात्र-छात्राओं के विकास एवं ज्ञान सम्वर्धन में कोई भी कार्य होता है उसे तुरन्त विद्यालय में चलाते हैं । ग्रीष्म कालीन अवकाशों के दौरान हमारे विद्यालय में अनेक छात्रोपयोगी शिक्षण कार्यशालयें चल रही है जिसमें संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित योग कार्यशाला भी है ।

प्रतिभागियों को योग के बारे में अवगत कराते हुये अकादमी के प्रचार प्रसार अधिकारी श्री दिनेश चन्द्र शर्मा ने अकादमी द्वारा चलाये जा रहे केन्द्रों में रोहिणी का यह केन्द्र सबसे सफल केन्द्र चल रहा है यहां पर 115 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया है तथा लगभग प्रति दिन 100 से अधिक प्रतिभागी योग काय्रशाला में भाग ले रहे है । विद्यालय एवं शिक्षा निदेशालय का पूर्ण सहयोग अकादमी को मिल रहा है ।
इस अवसर पर यहां के योग प्रशिक्षक श्री मनीष चैधरी ने कहा कि छात्र छात्राओं को निरन्तर सूक्ष्म क्रियायें एवं योगासनों का अभ्यास कराया जा रहा है, जिसमें कुल 15 सूक्षम क्रियायें जैसे बुद्धि तथा धृति शक्ति, मेधा शक्ति, नेत्र शक्ति, कर्ण शक्ति ग्रीवा चलन, स्कंध तथा बाहुमूल आदि एवं 25 से अधिक योगासन जैसे कि ताडा़सन, वृक्षासन, श्वासन, हलासन आदि योगासन शामिल है।

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