गेल ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 32,227 करोड़ रुपए का राजस्व तथा 1,412 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया

नई दिल्ली

गेल (इंडिया) लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 32,227 करोड़ रुपये का प्रचालन राजस्व दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में यह 37,572 करोड़ रुपये था । वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 1,889 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में यह 3,894 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कर पश्चात लाभ (पीएटी) 1,412 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में यह 2,915 करोड़ रुपये था।

तिमाही दर तिमाही आधार पर वित्त वर्ष 2024 की पहली  तिमाही में प्रचालन से राजस्व 32,227 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 32,858 करोड़ रुपये था। पीबीटी में वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 220 प्रतिशत की बेहतरीन वृद्धि के साथ 1,889 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 591 करोड़ रुपये थी । मुख्य रूप से गैस विपणन और ट्रांसमिशन वॉल्यूम में वृद्धि और ट्रांसमिशन टैरिफ प्राप्ति में बढ़ोत्तरी के कारण वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में पीएटी 134 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,412 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 604 करोड़ रुपये था।

तिमाही के दौरान प्राकृतिक गैस संचरण की मात्रा वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 7 प्रतिशत बढ़कर 116.33 एमएमएससीएमडी हो गई, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 108.23 एमएमएससीएमडी थी। गैस विपणन की मात्रा पिछली तिमाही के 96.46 एमएमएससीएमडी की तुलना में 2% बढ़कर 98.84 एमएमएससीएमडी हो गई। एलएचसी की बिक्री 230 टीएमटी की तुलना में 7% बढ़कर 247 टीएमटी हो गई, जबकि पॉलीमर की बिक्री भी पिछली तिमाही की तुलना में 118 टीएमटी के मुकाबले 37%  बढ़कर 162 टीएमटी हो गई।

समेकित आधार पर प्रचालन से राजस्व वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 32,849 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के दौरान यह 33,264 करोड़  रुपये था। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कर पूर्व लाभ 2,283 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 689 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में पीएटी (गैर-नियंत्रित ब्याज को छोड़कर) 1,792 करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में यह 634 करोड़ रुपये था।

श्री संदीप कुमार गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गेल ने कहा कि कंपनी ने चालू तिमाही के दौरान मुख्य रूप से पाइपलाइन, पेट्रोकेमिकल, संयुक्त उद्यमों की इक्विटी आदि पर लगभग 2,391 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है, जो 7,750 करोड़ रुपये के वार्षिक लक्ष्य का लगभग 31% है। उन्होंने यह भी बताया कि गेल को 522 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के साथ 160 किलोमीटर लंबी गुरदासपुर-जम्मू प्राकृतिक गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए अधिकृत किया गया है।उन्होंने यह भी बताया कि तिमाही के दौरान कंपनी ने कॉर्पोरेट इन्सॉलवेन्सी रेज्यूलुशन प्रोसेस (सीआईआरपी) के माध्यम से 2,101 करोड़ रुपये का निवेश करके पूर्ववर्ती जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड, वर्तमान में गेल मैंगलोर पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड में 100% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है।