एनबीसीसी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में अभूतपूर्व वित्तीय परिणाम दर्ज किए

ई.बी.आई.टी.डी.ए., कर पश्चात लाभ (पी.ए.टी.) और कर पूर्व लाभ (पी.बी.टी.) में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई

एनबीसीसी का एकल आधार पर ई.बी.आई.टी.डी.ए. मार्जिन 5.88% तक पहुंच गया, कर पूर्व लाभ (पी.बी.टी.) में 31.72% और कर पश्चात लाभ (पी.ए.टी.) में 31.69% की वृद्धि हुई, जबकि समेकित आधार पर ई.बी.आई. टी. डी.ए. मार्जिन 4.61% तक पहुंच गया, कर पूर्व लाभ (पी.बी.टी.) में 26.15% और कर पश्चात लाभ (पी.ए.टी.) में 25.97% की वृद्धि हुई।

निदेशक मंडल ने  07 अगस्त, 2025 को आयोजित अपनी बैठक में 30.06.2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी के वित्तीय परिणामों को अनुमोदित किया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए 1627.34 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए 1655.47 करोड़ रुपये की प्रचालनों से एकल आय दर्ज की। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए 2142.53 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए प्रचालनों से समेकित आय 2391.19 करोड़ रुपये रही।

30.06.2025 को समाप्त तिमाही के लिए वर्ष दर वर्ष आधार पर एकल आधार पर कर पूर्व लाभ (पी.बी.टी.) में 116.25 करोड़ रुपये से 153.13 करोड़ रुपये और समेकित आधार पर 143.84 करोड़ रुपये से 181.45 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए वर्ष दर वर्ष आधार पर एकल आधार पर कर पश्चात लाभ (पी.ए.टी.) में 86.63 करोड़ रुपये से 114.08 करोड़ रुपये और समेकित आधार पर 107.19 करोड़ रुपये से 135.03 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई।

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए वर्ष दर वर्ष आधार पर प्रति शेयर आय में एकल आधार पर 0.32 रुपये प्रति शेयर से 0.42 रुपये प्रति शेयर तथा समेकित आधार पर 0.39 रुपये प्रति शेयर से 0.49 रुपये प्रति शेयर की वृद्धि हुई।  एनबीसीसी अपनी मजबूत ऑर्डर बुक के साथ और पुनर्विकास तथा पी.एम.सी. कार्यों, पी.एस.यू. भूमि मुद्रीकरण, रियल एस्टेट विकास   और विदेशी विस्तार पर कार्यनीतिक ध्यान केंद्रित करने के कारण, ‘विकसित भारत’ की दिशा में योगदान देने के लिए काफी अच्छी स्थिति में है।