नई दिल्ली
दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का लैंडफिल साइट पर जाने को राजनैतिक नौटंकी करार दिया है। श्री गुप्ता ने कहा कि पिछले 8 सालों से दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के किसी भी व्यक्ति को लैंडफिल की याद नहीं आई, लेकिन दिल्ली नगर निगम चुनावों की सुगबुगाहट से ही इन्हें दिल्ली की समस्या याद आने लगी है।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को ये बताना चाहिए कि पिछले 8 सालों में उनकी सरकार ने दिल्ली नगर निगम को कितना फंड दिया है। बड़ी बात ये भी है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने कूड़े के पहाड़ पर बरती लापरवाही की वजह से दिल्ली सरकार पर 900 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली नगर निगम ने पिछले कुछ सालों में कूड़े के निस्तारण के क्षेत्र में काफी काम किया है। हाल ही में तुगलकाबाद लैंडफिल साइट पर 25 मेगावॉट क्षमता के ’वेस्ट टू एनर्जी’ प्लांट शुरु कर दिया है। दिल्ली में अब रोजाना करीब 7000 मीट्रिक टन कूड़े का प्रोसेस हो रहा है। दिल्ली नगर निगम ’कचरे से कंचन’ बनाने के अनूठा काम भी किया है। पंजाबी बाग में 150 टन स्क्रैप से वेस्ट टू वंडर पार्क बनाया, जिससे 11 करोड़ रूपए की कमाई इस वेस्ट से नगर निगम ने की है।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि लैंडफिल साइट पर कूड़े को खत्म करने के लिए पहले 6 ट्रोमेल मशीनें काम कर रही थीं, आज वहां 46 मशीनें कार्य कर रही हैं। ताकि तेज़ी से कूड़े को प्रोसेस किया जा सके। लैंडफिल साइट पर कूड़े की प्रोसेसिंग से इनर्ट मैटेरियल, आरडीएफ और सीएंडडी वेस्ट निकलता है। इनर्ट मैटेरियल को डीडीए, पीडब्ल्यूडी आदि को फिलिंग आदि के कार्य हेतु प्रयोग किया जा रहा है। एनएचएआई से भी इस संबंध में बात की जा रही है। आम लोगों, बिल्डरों से भी इनर्ट मैटेरियल उठाने में सहयोग की अपील की गई है।