नई दिल्ली
भाजपा सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने आज एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब तिहाड़ जेल का नाम सुनकर अच्छे-अच्छे आरोपी डर जाते हैं, लेकिन आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार के मंत्री भी उस जेल से नहीं डर रहे हैं। उलटा केजरीवाल के मंत्री सत्येन्द्र जैन ने तिहाड़ को वसूली का अड्डा बना डाला है और साथ ही वहां मसाज करवा रहे हैं। प्रेसवार्ता में प्रदेश प्रवक्ता श्री यासिर जिलानी और मीडिया सह प्रमुख श्री हरिहर रघुवंशी उपस्थित थे।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि केजरीवाल भाजपा पर ऑपरेशन लोटस को लेकर कई आरोप लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक ना ही कोई फोन नंबर बताते और ना ही कोई पता। सुकेश चंद्रशेखर ने सिर्फ फोन नंबर ही नहीं बल्कि कार नंबर और जगह की भी बात अपने पत्र में लिखी है। उन्होंने कहा कि सत्येन्द्र जैन एक ऐसे मंत्री हैं जिनके खिलाफ जांच वे लोग कर रहे हैं जो उनके द्वारा ही नियुक्त किए गए हैं। आज तिहाड़ जेल में जो कुछ भी हो रहा है, वह सब एक-दूसरे के सहयोग से क्योंकि तिहाड़ के मालिक ही तिहाड़ के अंदर बंद है।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने मांग करते हुए कहा कि जब तक जेल मंत्री के ऊपर आरोप है और जांच चल रही है तब तक केजरीवाल उन्हें अपने पद से बर्खास्त करें और साथ ही सत्येन्द्र जैन को हरियाणा या उत्तर प्रदेश के किसी जेल में शिफ्ट किया जाए क्योंकि सत्येन्द्र जैन ने तिहाड़ को ही भ्रष्टाचार का अड्डा बना डाला है। उन्होंने कहा कि तिहाड़ भारत सरकार के अंदर नहीं बल्कि केजरीवाल सरकार के अधीन है। जेल का सुपरीटेंडेंट दिल्ली सरकार को अधिकारी होता हैं और इसलिए सत्येन्द्र जैन उनका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि सुकेश खुद ही सीबीआई की जांच की मांग कर रहा है और साथ ही अपनी बातों को प्रमाणित करने की भी बात कर रहा है। लेकिन आम आदमी पार्टी को जब कुछ नहीं मिला बोलने को तो कह रही है कि चुनाव के तहत बीजेपी यह झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त केजरीवाल सरकार 10 राज्यसभा सीटों में से 7 सीटें बड़ी रकम देने वालों को दे देते हैं और तीन अपने कार्यकर्ताओं को देकर आम आदमी बनने की नौटंकी करते हैं। सुशील कुमार गुप्ता, अशोक कुमार मित्तल, संजीव अरोड़ा, विक्रम जीत साहनी जैसे लोग इसके उदाहरण हैं जिनका राज्यसभा जाने से पहले तक आम आदमी पार्टी से कोई संबंध नहीं रहा। इसलिए इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए और तब तक सत्येन्द्र जैन को तिहाड़ से हटाकर उत्तर प्रदेश या हरियाणा के किसी अन्य जेल में रखना चाहिए।