यह नगर निगम चुनाव दिल्ली का भाग्य उदय करने वाला चुनाव है-पुष्कर सिंह धामी

नई दिल्ली

दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर आज भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं और पदयात्राओं के माध्यम से जनसंपर्क अभियान किया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय सहित 16 भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आज लगभग 60 जनसभाओं को संबोधित किया और भाजपा के पक्ष में वोट देने की जनता से अपील की।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद डॉ हर्षवर्धन, श्री मनोज तिवारी, श्री प्रवेश साहिब सिंह, श्री रमेश बिधूड़ी, डॉ महेश शर्मा एवं श्रीमती लॉकेट चटर्जी, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद श्री तेजस्वी सूर्या, बिहार के नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिंन्हा, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राधा मोहन सिंह, उत्तराखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे श्री जिवेश मिश्रा ने आज दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों के लिए पदयात्रा, जनसभाओं आदि के माध्यम से सघन प्रचार किया और जनता से नगर निगम चुनाव में भाजपा को चुनकर दिल्ली को देश की प्रगति से जोड़े रखने की अपील की।

श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह चुनाव दिल्ली का भाग्य उदय करने वाला चुनाव है। दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों ने लगातार पिछले 15 सालों से दिल्ली की जनता की जिस तरह से सेवा की है और जिस तरह से आम जनता की मदद की है उससे प्रभावित होकर दिल्ली की जनता भाजपा को चौथी बार भी सेवा का मौका देगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार का फायदा आज हर उत्तराखंडवासी उठा रहे हैं, ठीक वैसे ही दिल्ली में भी होने वाला है।

श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कई लोगों का सवाल होता है कि आखिर डबल इंजन की सरकार क्या है। जब केंद्र सरकार किसी झुग्गीवासियों को सुविधा पहुंचाने के लिए योजना बनाएं तो उस योजना का लाभ सीधा लाभार्थियों को मिले, इसको सुनिश्चित करती है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में शिक्षा नहीं बल्कि शराब बांटने का काम कर रही है जो कि पिछले आठ सालो में केजरीवाल पहला मुख्यमंत्री होंगे जिन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं को राजनीतिक द्वेष से दिल्ली में लागू ना करके दिल्लीवासियों को योजना से वंचित रखा।