उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद गोरखपुर में आयोजित चतुर्थ ब्रह्मलीन परमपूज्य महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज अखिल भारतीय प्राइज मनी पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने प्रतियोगिता की विजेता टीम को 02 लाख रुपये, उप विजेता टीम को 01 लाख रुपये तथा सेमी फाइनल में प्रतिभाग करने वाली अन्य दोनों टीमांे को तृतीय पुरस्कार के रूप में 50-50 हजार रुपये की धनराशि प्रदान कर पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रतिभागी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खिलाड़ी खेल भावना के साथ अपने खेल को बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे तो उन्हंे लगातार प्रशंसकों का प्रोत्साहन प्राप्त होगा। कबड्डी का खेल मिट्टी से जुड़ा हुआ है। इसलिए इस खेल को लोगों का अपार समर्थन प्राप्त हो रहा हैै। राज्य के लिए गौरव का विषय है कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कई कबड्डी खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार ने खेल प्रतियोगिताओं को प्रोत्साहित करने के लिये अनेक कदम उठाये हैं। प्रदेश सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए 44 छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। यह छात्रावास 18 जनपदों में संचालित हैं, जहां 16 खेलों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था है। इन छात्रावासों के अन्तर्गत कबड्डी खेल में जनपद अमेठी में 15 बालकों का आवासीय छात्रावास तथा जनपद आगरा में 15 बालिकाओं का आवासीय छात्रावास संचालित किया जा रहा है। प्रदेश में तीन स्पोर्ट्स कॉलेज-लखनऊ, गोरखपुर एवं इटावा में संचालित किये जा रहे हैं। स्पोर्ट्स कॉलेज इटावा में अन्य खेलों के साथ-साथ कबड्डी खेल का भी गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में अब तक 77 स्टेडियम, 68 बहुउद्देश्यीय हॉल, 39 तरण ताल, 02 अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 18 छात्रावास भवन, 14 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 03 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 02 जूडो हॉल, 36 अत्याधुनिक जिम उपकरण, 06 शूटिंग रेंज, 11 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, 19 डॉरमेट्री, 16 सिंथेटिक बास्केट बॉल कोर्ट, 11 कुश्ती हॉल तथा 11 वेट लिफ्टिंग हॉल का निर्माण कराया जा चुका है। प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय चैैम्पियनशिप में भाग लेने वाली प्रदेशीय टीमों के खिलाड़ियों को उपलब्ध करायी जाने वाली खेल किट की धनराशि को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आवासीय क्रीड़ा छात्रावास के खिलाड़ियों पर 07 मानक मदों-भोजन, शिक्षा, किट, चिकित्सा, फर्नीचर, उपकरण, प्रतियोगिता पर होने वाले व्यय में बढ़ोत्तरी की गयी है। यह बढ़ोत्तरी वर्ष 1994 के बाद पहली बार की गयी है। आवासीय क्रीड़ा छात्रावास/स्पोर्ट्स कॉलेज के खिलाड़ियों का डाइट मनी 250 रुपये से बढ़ाकर 375 रुपये प्रतिदिन प्रति खिलाड़ी कर दिया गया है। राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भाग लेने वाली प्रदेशीय सीनियर, जूनियर, सब-जूनियर टीमों की भाँति मिनी/कैडेट/यूथ वर्ग की प्रदेशीय टीमों को भी विशेष प्रशिक्षण शिविर, किट एवं रेल भाडे़ की प्रतिपूर्ति की सुविधा प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आवासीय क्रीड़ा छात्रावासों में उत्कृष्ट प्रशिक्षण की आवश्यकता के दृष्टिगत 50 अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को 1.50 लाख रुपये प्रतिमाह के मानदेय पर, प्रशिक्षण हेतु आबद्ध किए जाने की व्यवस्था की गयी है। प्रदेशीय क्रीड़ा संघों, क्लबों/समितियों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के आयोजन हेतु प्रदान की जाने वाली अनुदान राशि में बढ़ोत्तरी की गयी है। खेल एवं खिलाड़ियों के प्रोत्साहन एवं संवर्धन हेतु ‘एकलव्य क्रीड़ा कोष’ की स्थापना की गयी है। इसके अन्तर्गत खिलाड़ियों को फेलोशिप, ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, वर्ल्ड चैैम्पियनशिप, वर्ल्ड कप आदि प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ी तैयार करने हेतु अनुदान प्रदान करना तथा खिलाड़ियों का स्वास्थ्य बीमा करना सम्मिलित है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल के विकास एवं खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु ‘उ0प्र0 खेल विकास एवं प्रोत्साहन नियमावली-2020’ प्रख्यापित की गयी है, जिसमें उदीयमान खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा तथा तहसील, जिला एवं मण्डल स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष में इस कार्य हेतु 855 लाख रुपये की धनराशि की व्यवस्था है। तहसील स्तर पर प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु प्रति तहसील 60 हजार रुपये, जिला स्तर पर प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु प्रति जनपद 05 लाख रुपये तथा प्रत्येक मण्डल स्तर पर प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु प्रति मण्डल 15 लाख रुपये आवंटित किये जाने की व्यवस्था है। प्रदेश में पहली बार राज्य के प्रत्येक जनपद में भारत सरकार के सहयोग से ‘एक जनपद, एक खेल’ योजना के अन्तर्गत ‘खेलो इण्डिया सेण्टर’ की स्थापना की गयी है। प्रदेश सरकार द्वारा सामान्य खिलाड़ियों की भांति दिव्यांगजन खिलाड़ियों को भी समस्त शासकीय सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जनपद मेरठ में मेजर ध्यानचन्द स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय की स्थापना करायी जा रही है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में निर्माण कार्य हेतु 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। खेल विश्वविद्यालय के संचालन हेतु कुलपति, कुल सचिव, वित्त अधिकारी के पदों का सृजन किया गया है। अन्तर्राष्ट्रीय खेलों-ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व कप/विश्व चैम्पियनशिप, एशियन गेम्स में प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित पदों पर नियुक्ति प्रदान किए जाने हेतु नियमावली प्रख्यापित की गई है। इसके अन्तर्गत 02 खिलाड़ियों को नियुक्ति प्रदान की गयी है। इसके अलावा, प्रदेश के प्रतिभावान/कुशल खिलाड़ियों को प्रदेश के शासकीय/सार्वजनिक उपक्रमों में, लोक सेवा आयोग की परिधि के बाहर के पदों पर नियुक्ति हेतु 02 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओलम्पिक गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व कप, एशियन गेम्स तथा एफ्रो एशियन गेम्स में उत्तर प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु पुरस्कृत करने की व्यवस्था है। ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक पर 06 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर 02 करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक पर 03 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक पर डेढ़ करोड़ रुपए, रजत पदक पर 75 लाख रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर 50 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक पर 03 करोड़ रुपए, रजत पदक पर डेढ़ करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर 75 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। विश्व कप में स्वर्ण पदक पर डेढ़ करोड़ रुपए, रजत पदक पर 75 लाख रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर 50 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सैफ गेम्स में एकल वर्ग में स्वर्ण पदक पर 06 लाख रुपए, रजत पदक पर 04 लाख रुपए तथा कांस्य पदक जीतने पर 02 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। सैफ गेम्स के अन्तर्गत टीम गेम्स वर्ग में स्वर्ण पदक पर 02 लाख रुपए, रजत पदक पर 01 लाख रुपए तथा कांस्य पदक पर 50 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। ओलम्पिक गेम्स में प्रदेश के खिलाड़ियों के प्रतिभाग किये जाने पर प्रोत्साहन स्वरूप 10-10 लाख रुपए तथा कॉमनवेल्थ गेम्स एवं एशियन गेम्स में प्रतिभाग करने वाले प्रदेशीय खिलाड़ियों को 05-05 लाख रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किये जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशिया कप, एशियन सीनियर चैम्पियनशिप, यूथ ओलम्पिक गेम्स, यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स, जूनियर विश्व कप, जूनियर विश्व कप/एशियन चैम्पियनशिप तथा राष्ट्रीय स्तर पर सीनियर, जूनियर, सब-जूनियर, मिनी/यूथ/कैडेट पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु नगद पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु नगद पुरस्कार के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न खेलों के एक-एक खिलाड़ियों, को प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार-पुरुष वर्ग में ‘लक्ष्मण पुरस्कार’ एवं महिला वर्ग में ‘रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाता है। लक्ष्मण पुरस्कार/रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों को लक्ष्मण जी/रानी लक्ष्मीबाई की एक कांस्य प्रतिमा, प्रशस्ति-पत्र एवं 03 लाख 11 हजार रुपए की नगद धनराशि प्रदान की जाती है। राज्य सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचन्द पुरस्कार, खेल रत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को 20,000 रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव खेल श्री नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप इस क्षेत्र में नौका दौड़ का भी आयोजन कराया जायेगा।
इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ल, श्री विजय कुमार दूबे, खेल निदेशक श्री आर0पी0 सिंह, उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ उपाध्यक्ष श्री अरुणेश शाही, हॉकी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंह हरीश सहित जनप्रतिनिधगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।