आजादी के बाद यह पहला अवसर है कि जब उ0प्र0 की टीम एक बड़े लक्ष्य के साथ दुनिया के निवेशकों को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई

लखनऊ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष उनके सरकारी आवास पर ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023’ के सम्बन्ध में विदेश भ्रमण से वापस आयी ‘टीम यू0पी0’ द्वारा अनुभवों को साझा करते हुए प्राप्त निवेश प्रस्तावों पर  प्रस्तुतिकरण किया गया। उन्होंने विदेशों में रोड शो के उत्साहजनक परिणामों पर सन्तोष व्यक्त करते हुए मंत्रिमण्डल के सदस्यों और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी का संदेश लेकर उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए  दुनिया भर के उद्यमियों, कम्पनियों और संस्थाओं को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई ‘टीम यू0पी0’ अभूतपूर्व सफलता के साथ प्रदेश लौटी है। 10 से 12 फरवरी, 2023 को लखनऊ में प्रस्तावित ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ से पूर्व 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित इन्वेस्टर्स रोड शो में हर जगह उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उद्यमियों में असीम उत्साह देखने को मिला।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने  विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए ‘ट्रिपल टी’ का मंत्र दिया है। ट्रिपल टी अर्थात ‘ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म। उत्तर प्रदेश इन मंत्रों को आत्मसात कर लगातार आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद यह पहला अवसर है कि जब उत्तर प्रदेश की टीम एक बड़े लक्ष्य के साथ दुनिया के निवेशकों को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ से  पहले दुनिया के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है। यह अत्यन्त हर्ष की बात है कि 16 राष्ट्रों में हुए रोड शो से अब तक 07 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। अकेले यूनाइटेड किंगडम, युनाइटेड एस्टेट ऑफ अमेरिका से चार लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विदेश में रोड शो की इस सफलता  से यह सुनिश्चित हो गया है कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 ऐतिहासिक होने जा रही है। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में बड़ा आधार बनेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश में इस प्रकार के किसी वैश्विक निवेशक आमंत्रण की कल्पना नहीं की जा सकती थी। आज प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में टीम यू0पी0 की नीति सही है, हमारा नियोजन बेहतर है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के लिए हमने 10  लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में यह इन्वेस्टर्स समिट वैश्विक पटल पर ‘ब्राण्ड यू0पी0’ को मजबूत बनाएगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विदेशों में जिन कम्पनियों/संस्थाओं, औद्योगिक समूहों के साथ एम0ओ0यू0 हुआ है, उनसे लगातार सम्पर्क बनाए रखें। बेहतर फॉलो-अप के उद्देश्य से हर देश के लिए वरिष्ठ अधिकारी को नोडल  अधिकारी नामित करते हुए इनके नेतृत्व में एक डेडिकेटेड टीम बनाई जाए। यह टीम निवेशकों की जरूरतों, अपेक्षाओं के अनुसार हर संसाधन उपलब्ध कराएगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन औद्योगिक समूहों के साथ एम0ओ0यू0 प्रक्रियाधीन है, उनसे संवाद करते हुए आवश्यक प्रक्रिया पूरी कराई जाए। आवश्यकतानुसार 15 जनवरी के उपरान्त एक बार फिर कुछ  देशों में फॉलोअप भ्रमण किया जा सकता है। सभी निवेशकों को फरवरी में प्रस्तावित ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ में आमंत्रित किया जाए। उनके आतिथ्य की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भविष्य के दृष्टिगत यह जरूरी है कि ‘इन्वेस्ट यू0पी0’ में हर देश के लिए एक डेस्क बनाया जाए। यह डेस्क सम्बन्धित देश के निवेशकों से सतत संवाद बनाए  तथा उनकी जरूरतों का ख्याल रखे। साथ ही, नई सम्भावनाओं को आकार देने का कार्य भी करे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा आज दुनिया के  हर देश में हैं। यह एन0आर0आई0 युवा अपनी प्रतिभा और क्षमता का लाभ उत्तर प्रदेश को देने को उत्सुक हैं। इन युवाओं को हमें अवसर उपलब्ध कराना होगा। कई देशों में उत्तर प्रदेश के प्रवासियों ने संगठन भी बनाया है। इन संगठनों से सतत संवाद-सम्पर्क बनाए रखा जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विदेश में जी2जी और बी2जी बैठकों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा आदि  क्षेत्रों के साथ-साथ अनेक औद्योगिक समूहों ने गोरखपुर, काशी, प्रयागराज, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर आदि शहरों में निवेश के लिए उत्सुकता जताई है। इन क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए निवेशकों की जरूरतों के अनुसार हर संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हॉस्पिटैलिटी, फूड प्रोसेसिंग, फार्मा, मेडिकल डिवाइस, केमिकल, टूरिज्म, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, ई0वी0 बैटरी विनिर्माण, एम0एस0एम0ई0, दुग्ध, शिक्षा, डिफेंस एण्ड एयरोस्पेस, सेमीकण्डक्टर, ड्रोन विनिर्माण, कृषि, टेक्सटाइल, स्टील मैन्युफैक्चरिंग,  हॉर्टिकल्चर, वेस्ट वॉटर ट्रीटमेण्ट, डेटा सेण्टर, रिवर बेसिन मैनेजमेण्ट आदि सेक्टर में निवेश के लिए विभिन्न औद्योगिक समूहों ने अपने निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। डसाल्ट, सैफरॉन, एयर लिक्विड, थॉमसन, सैंमीना कॉर्पाेरेशन, कम्प्यूटिंग, सिलास, एच0एम0आई0 ग्रुप, सैमसंग, आइकिया, एरिक्सन, मदरसन, एन0टी0टी0 ग्लोबल, मित्सुई, जैसी कम्पनियों ने उत्साह दिखाया है। यह निवेश प्रस्ताव हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला बनेंगे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से जिस भी देश में ‘टीम यू0पी0’ गई, हर जगह भारतीय  दूतावास का सकारात्मक सहयोग मिला है। दूतावासों से सतत संवाद-सम्पर्क बनाए रखें। सभी 16 देशों के राजदूतों/उच्चायुक्तों को मेरी ओर से आभार पत्र लिखा जाएगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विदेशी निवेशकों के साथ-साथ हमें अपने देश के निवेशकों से भी सम्पर्क करना है। देश के भीतर होने वाले रोड शो के लिए नई टीम बनाई जाए। इसमें स्वतंत्र प्रभार मंत्री और राज्य मंत्रीगणों को शामिल किया जाए। देश के भीतर होने वाले रोड शो 15 जनवरी तक सम्पन्न कर  लिए जाने चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले से निवेश कर रहे औद्योगिक समूह हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर हैं। इनके अच्छे अनुभवों को हमें अन्य निवेशकों के साथ साझा  करना चाहिए।

विदेश भ्रमण से लौटे सभी समूहों ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री जी के समक्ष अपने दौरों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। सभी समूहों ने औद्योगिक निवेश के लिए उत्तर प्रदेश की टीम  के वैश्विक भ्रमण को लगातार जारी रखने की आवश्यकता बताई। साथ ही, निवेशकों की अपेक्षाओं से भी अवगत कराया।

नीदरलैण्ड और फ्रांस भ्रमण से लौटे उपमुख्यमंत्री श्री केशव  प्रसाद मौर्य ने बताया कि दोनों देशों में निवेशकों के मन में भारत के प्रति बड़ा विश्वास है और भारत में उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश है। नीदरलैण्ड में एक बड़ी आबादी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों की है। यह लोग डेढ़ शताब्दी पहले गिरमिटिया मजदूर के रूप में सूरीनाम पहुंचे थे और आज नीदरलैण्ड में हैं। आगामी फरवरी में इनके प्रवासन के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह लोग अपनी मातृभूमि के प्रति गहरा लगाव रखते हैं और उत्तर प्रदेश के विकास में सहायक बनने को उत्सुक हैं। उन्होंने बताया कि फ्रांस के इत्र विश्व में प्रतिष्ठित है, कन्नौज के इत्र के लिए यहां बड़ा बाजार है। इस सम्बन्ध में भी प्रयास हुआ है, इसके नतीजे जल्द देखने को मिलेंगे।

मैक्सिको, ब्राजील और अर्जेण्टीना के दौरे से लौटे उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक और मंत्री श्री संजय निषाद ने बताया कि  तीनों ही देशों में यू0पी0 को लेकर उत्साह जनक माहौल है। मैक्सिको से फ़ूड प्रोसेसिंग और एग्रो और डेयरी सेक्टर में बड़ी सम्भावनाएं हैं। ज़ेबू एम्ब्रियो कम्पनी ने मथुरा में कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुकता जताई है। वहीं ब्राजील में रक्षा क्षेत्र की अनेक कम्पनियों के साथ सुखद वार्ता हुई।

यू0एस0ए0 और यूके के तीन शहरों के भ्रमण से लौटे मंत्री  श्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इन बड़े देशों में उत्तर प्रदेश की बदलती परिस्थितियां निवेशकों के लिए चर्चा का विषय है। उन्होंने कहा कि हिंदुजा ग्रुप और रॉल्स रॉयस से बड़े निवेश के लिए चर्चा हुई है। लंदन में हीरानन्दानी समूह ने यू0पी0 के साथ अपने अच्छे अनुभव को साझा किए। इसके अलावा, सैन फ्रांसिस्को से सलोनी हर्ट फाउण्डेशन ने एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ को 415 करोड़ रुपये का सी0एस0आर0 अनुदान देने का निर्णय लिया है। इसी तरह, जियो थर्मल पॉवर तकनीक के लिए 41,000 करोड़ रुपये के निवेश का एम0ओ0यू0 हुआ है। सिफी इण्टरनेशनल 8,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसी तरह, हेल्थ ए0टी0एम0 निर्माण में 1,000 करोड़ रुपये सहित नवीकरणीय ऊर्जा, होटल/हॉस्पिटैलिटी, स्किल डेवलपमेण्ट, लॉजिस्टिक्स, आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 जैसे सेक्टर में कई बड़ी कम्पनियों ने निवेश का प्रस्ताव रखा है।

कनाडा-यू0एस0ए0 दौरे पर गए समूह की ओर से कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को सबसे बड़ा लाभ मुख्यमंत्री जी की निजी छवि से मिल रहा है। विदेश में लोगों के मन में मुख्यमंत्री जी की कार्यशैली, विजन के प्रति बड़ा आदर है। निवेशक यहां की सुरक्षा व्यवस्था, निवेश अनुकूल माहौल से काफी प्रभावित हैं। इसका लाभ पूरे प्रदेश को मिलेगा।

ऑस्ट्रेलिया व सिंगापुर से लौटे समूह की ओर से मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि रोड शो के दौरान हुई सकारात्मक वार्ता में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर से सभी निवेशक  प्रभावित दिखे। सुरक्षा और सहूलियत के आश्वासन के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट पर वार्ता हुई। स्थानीय प्रवासी भारतीय समूहों से भी संवाद हुआ। सिडनी में हुई बी2जी मीटिंग में नवीकरणीय ऊर्जा, शहरी विकास, एग्रो टेक, फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में बड़े निवेश पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते का लाभ भी हमें मिलेगा। सिंगापुर जी0आई0एस0 में पार्टनर कण्ट्री है, यहां से कई कम्पनियां डेटा सेण्टर के सेक्टर में आने को इच्छुक हैं।

दक्षिण कोरिया और जापान दौरे से लौटे समूह की ओर से मंत्री श्री जयवीर सिंह और मंत्री श्री आशीष पटेल ने बताया कि इन  देशों की ज्यादातर तकनीकी कम्पनियां दक्षिण भारत में निवेश करती रही हैं। उत्तर प्रदेश की टीम से मिलना, उनका पहला अनुभव था। भारी निवेश का रास्ता साफ हुआ है।

जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से लौटे मंत्री समूह की ओर से श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने बताया कि उत्तर प्रदेश की टीम के  इस तरह वैश्विक दौरे पर पहली बार गई थी, निवेशकों के लिए यह बड़ा उत्साहवर्धक रहा। हमें ऐसे दौरे नियमित अन्तराल पर करने चाहिए। उन्होंने अपने दौरों के दिवसवार विवरण से अवगत कराया।

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