वरिष्ठ आई. ए. एस. अधिकारी, श्री सुभाषीश पांडा, ने आज उपाध्यक्ष, दिल्ली विकास प्राधिकरण के रूप में कार्यभार संभाला। अपने दो दशक से अधिक के करियर में, श्री पांडा जी ने स्वास्थ्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, शहरी विकास, पर्यटन, योजना, लोक निर्माण और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में उप निदेशक (प्रशासन) के रूप में उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान अहम भूमिका निभाई, ताकि मरीजों को समयबद्ध तरीके से सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा सकें। उनके समुदाय आधारित समग्र स्वच्छता कार्यक्रम मॉडल को पूरे हिमाचल में अपनाया गया, अंतत: जिसके कारण यह राज्य देश का प्रथम ओडीएफ राज्य बन गया।हिमाचल प्रदेश कैडर के 1997 बैच के आईएएस अधिकारी, श्री पांडा जी, दि.वि.प्रा. में कार्यग्रहण करने से पूर्व हिमाचल प्रदेश मे मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद पर रहे हैं।ऐसे समय में जब दिविप्रा द्वारा महत्वपूर्ण परियोजनाएं जैसे दिल्ली मुख्य योजना 2041, यमुना नदी के मैदानों का कायाकल्प, स्व स्थाने स्लम पुनर्वास योजना और पीएम उदय योजना शुरु की जा रही है। उनका व्यापक अनुभव लाभकारी होगा। श्री पांडा विज्ञान स्नातक है और वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से पर्यावरण विज्ञान में स्नातकोत्तर तथा एमफिल हैं। उनके पास इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज, यूके से गवर्नेंस एंड डेवलपमेंट में स्नातकोत्तर डिग्री भी है।