सीएम ने कहा-यह लोगों का आयोजन बने,विद्यार्थियों को भी एक्सपोज़र मिलना चाहिए

नई दिल्ली

भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन की कुछ बैठकों की मेजबानी हरियाणा को मिली है। इस एतिहासिक मेज़बानी के लिए हरियाणा ने तैयारी शुरू कर दी है।इस सम्मेलन में 30 राष्ट्रों के अलावा 5 आमंत्रित सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।

मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली के हरियाणा भवन में जी-20 शिखर सम्मेलन की प्रदेश में होने वाली संभावित बैठकों की तैयारियों के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की और किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने उच्च अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह हरियाणा के लिए गर्व की बात है कि प्रदेश को इतनी बड़ी जिम्मेवारी मिली है। जी-20 शिखर सम्मेलन की कुछ बैठकें गुरुग्राम में मार्च में आयोजित होंनी प्रस्तावित हैं और इसकी सफलता के लिए सभी प्रबंध समय पर सुनिश्चित करें ताकि भारत की ‘अतिथि देवो भव’ के साथ हरियाणा की स्मृद्ध संस्कृति की अमिट छाप और गुरुग्राम-एक ग्लोबल सिटी का संदेश भी सभी जी -20 सदस्य देशों में जाए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पहली बार जी-20 ग्रुप की बैठकों की अध्यक्षता कर रहा है। यह सभी भारतवासियों के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व व एक सुलझे हुए रणनीतिकार के फलस्वरूप भारत की पहचान आज वैश्विक स्तर पर मजबूत हुई है, जिसके कारण भारत को यह अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के प्रबुद्ध नागरिकों व बुद्धिजीवियों के अनुभवों का लाभ भी लिया जाएगा।

श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जी-20 सदस्य देशों के शिष्टमंडल की सुविधा हेतू लायजन ऑफिसर लगाए जाऐ। साथ ही, संभावित बैठकों के स्थल व उसके आस-पास के क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किये जाएं। इसके अलावा, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आयोजन स्थल के पास अस्पतालों को भी चिह्नित करें।

विदेशी मेहमानों को मिलेगा हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत का परिचय

मुख्यमंत्री ने हैरिटेज एवं पर्यटन विभाग व सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न देशों के शिष्टमंडल का हरियाणा में आगमन होगा तो उन्हें  राज्य की संस्कृति व विरासत से परिचय करवाने हेतू विशेष प्रबंध किये जाएं। आयोजन स्थल पर हरियाणा थीम कॉर्नर भी स्थापित किया जाए, जहां मेहमानों के लिए हरियाणा के विकास गाथा संबंधित जानकारी उपलब्ध हो और साथ ही सांस्कृतिक विरासत की झलकियां भी उन्हें देखने को मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ही अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेला भी आयोजित होने वाला है। जी-20 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को भी इस मेले में आमंत्रित किया जाएगा। इस मेले के माध्यम से सभी मेहमानों को न केवल हरियाणा  बल्कि देश-विदेश के कलाकारों की कलाकृतियां, हथकरघा, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक ताने-बाने की समृद्धि और विविधता देखने को मिलेगी। इस कार्य में गैर-सरकारी संगठनों को भी शामिल किया जाए।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यह कार्यक्रम लोगों का कार्यक्रम  बनाए। युवाओं, विशेषकर स्कूल, कॉलेजों के विद्यार्थियों को विश्व में जी-20 देशों के महत्व व भूमिका के बारे जानकारी दी जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय के छात्र सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा छात्र-छात्राओं के लिए निबंध, डिबेट प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया जा सकता है।

जी-20 बैठकों के लिए सुरक्षा व सभी व्यवस्थाओं के लिए  विशेष कमेटियां गठित

बैठक में बताया गया कि जी-20 बैठकों के लिए सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था, एडीजीपी सीआईडी, पुलिस  आयुक्त गुरुग्राम और गुरुग्राम के उपायुक्त इस टास्क फोर्स के सदस्य हैं। रेजिडेंट कमिश्नर, हरियाणा भवन दिल्ली की अध्यक्षता में एक प्रोटोकॉल समिति बनाई गई है और अतिरिक्त आवासीय आयुक्त हरियाणा, पुलिस आयुक्त गुरुग्राम के प्रतिनिधि, उपायुक्त और मुख्य प्रोटोकॉल अधिकारी गुरुग्राम इस समिति के सदस्य हैं। कार्यक्रमों के दौरान हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक, कला एवं संस्कृति विभाग के निदेशक और अतिरिक्त निदेशक, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग को सम्मिलित कर एक सांस्कृतिक समिति बनाई गई है। साथ ही, बैठकों और कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान लॉजिस्टिक सहायता के लिए एक लॉजिस्टिक एवं परिवहन समिति भी बनाई गई है।

बैठक में केंद्र सरकार से डीओपीटी की सचिव एस राधा चौहान  व उनकी टीम, मुख्यमंत्रीके मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस देसी, मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल , अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉक्टर अमित अग्रवाल , पुलिस महानिदेशक श्री पी के अग्रवाल सहित राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे ।