मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली के द्वारिका क्षेत्र में 57.72 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पांच मंजिला हिमाचल निकेतन का शिलान्यास किया। इस भवन के निर्माण से दिल्ली जाने वाले हिमाचल के विद्यार्थियों और अन्य लोगों को ठहरने की सुविधाएं उपलब्ध होगी।
इस भवन में दो वीआईपी कमरे, विद्यार्थियों के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित 36 तथा 40 सामान्य कमरों की सुविधा होगी। इसके अतिरिक्त स्टॉफ के लिए तीन कमरों की सराय (डोरमैट्रिज) की सुविधा होगी। इस भवन के बेसमेंट में 53 वाहनों और 87 दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा भी होगी। इस भवन में कुल 81 कमरे होंगे।इस अवसर पर हिमाचल वासियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल भवन और हिमाचल सदन के अतिरिक्त अब इस भवन के निर्माण से दिल्ली में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले हिमाचली विद्यार्थियों को ठहरने की सुविधा प्राप्त होगी। हिमाचल निकेतन विद्यार्थियों को पढ़ने तथा रहने की आरामदायक सुविधा प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में एम्स में चिकित्सा सुविधा के साथ विभिन्न उद्देश्यों के लिए नई दिल्ली जाने वाले प्रदेशवासियों को हिमाचल भवन तथा हिमाचल सदन में रहने की सुविधा उपलब्ध होती है। हिमाचल निकेतन से अब राष्ट्रीय राजधानी में हिमाचलियों को रहने का तीसरा विकल्प उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचलवासी प्रतिवर्ष विशेष तौर से सर्दियों में पर्यटन की दृष्टि से देश के अन्य राज्यों की ओर रुख करते हैं। नई दिल्ली में ठहराव के दौरान उनको भी हिमाचल निकेतन में रहने का एक अन्य विकल्प उपलब्ध होगा।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य सुनिश्चित करने के साथ वर्ष 2025 तक इस परियोजना को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नियमित अंतराल में लोक निर्माण विभाग के मंत्री निर्माणाधीन भवन की समीक्षा भी करेंगे ताकि भवन का समयबद्ध निर्माण सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर नई दिल्ली में रह रहे हिमाचलियों के विभिन्न संघों ने मुख्यमंत्री को सम्मानित भी किया। इनमें हिमाचल सोशल बॉडी फेडरेशन, केजीबीसी संस्थान, अखिल भारतीय हिमाचल संयुक्त मोर्चा और शौर्य हिमाचल शामिल थे।
हिमाचल प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष, आर.एस. बाली, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी व सुंदर सिंह ठाकुर, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विधायक केवल सिंह पठानिया, मुख्यमंत्री के ओएसडी कुलदीप सिंह बांशटू, महाधिवक्ता अनूप रतन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा तथा आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।