अगर केजरीवाल भ्रष्ट शराब नीति बनाने से पहले सिसोदिया को रोक लेते तो आज आंसू नहीं बहाने पड़ते -चौ0 अनिल कुमार

नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बवाना में स्कूल ऑफ स्पेशलाईज्ड एक्सीलेंस के उद्घाटन भाषण का राजनीतिकरण करके यह कहना कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली में स्कूल खोलने पर जेल डाल दिया है, दिल्ली की जनता भ्रमित करने वाला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता जानती है कि मनीष सिसोदिया नई शराब नीति में भ्रष्टाचार करने पर जेल में बंद है। केजरीवाल के घड़ियाली आंसू बहाने की बजाय दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा स्तर को बेहतर बनाऐं, क्योंकि पिछले 9 वर्षों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर धरातल से भी नीचे पहुॅच चुका है।  चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि 15 वर्षों में दिल्ली के गरीब बच्चों को जिस शिक्षा गुणवत्ता को कांग्रेस की सरकार ने उॅचाईयों पर पहुॅचाया था, केजरीवाल की शिक्षा नीति ने उसे धरातल पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का बयान कि ‘‘सच्चाई हमेशा सामने आती है बिलकुल सही है क्योंकि कोविड के दौरान जब दिल्लीवासी जीवन से जूझ रहे थे, केजरीवाल-मनीष नई शराब नीति बनाने के लिए दिल्ली को बर्बाद करने षडयंत्र रच रहे थे। आज मनीष सिसोदिया जेल में है उसके पीछे भी केजरीवाल नीति जिम्मेदार है, जिसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने शुरुआत से विरोध किया था और दिल्ली सरकार की शराब नीति में हुए रिकार्ड तोड़ भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच एजेंसियां जांच कर रही है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 500 स्कूल बनाने का वादा किया था। केजरीवाल सरकार ने नए स्कूल बनाने की जगह कांग्रेस शासन में बने स्कूलों की मरम्मत करके भवन का पुनर्निर्माण करके स्कूल बनाने का ढिंढोरा पीट रहे है। जबकि मनीष सिसोदिया द्वारा 12430 स्मार्ट क्लास रुम बनाने में हुए भ्रष्टाचार का मामला जांच के दायरे में है। एक स्मार्ट क्लॉस बनाने की लागत 17 लाख रुपये तय होने के बाद 23 लाख दिखाई गई। क्या यही मनीष सिसोदिया का सपना था कि शिक्षा क्रांति और सुविधाओं की आड़ में करोड़ों का गमन करना। उन्होंने कहा कि आज भी जे.जे. कलस्टर, पुर्नवास कॉलोनी और अनाधिकृत कॉलोनियों में गरीबों के बच्चों को कक्षा स्तर अनुसार ज्ञान नही है और लिखना पढ़ना नही आता। सरकारी स्कूलों से पास होने वाले इन क्षेत्रों के बच्चे औसत रुप से पास होते है जिनका भविष्य केजरीवाल सरकार की शिक्षा नीति बर्बाद कर रही है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जब दिल्ली सरकार के स्कूलों में सीबीएसई/एनसीईआरटी द्वारा मिले सिलेबस की पर्याप्त तौर पर तैयारी कराने के लिए सरकारी स्कूलों में परिपूर्ण शिक्षकों की भारी कमी है तो यह कैसे संभव है स्कूल ऑफ स्पेलाईज्ड एक्सीलेंस में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड IB का सिलेबस पर छात्र पढ़ाई करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि वोट बटौरने की नीति के तहत केजरीवाल अपने भावुक भाषणों में दिल्ली के लोगों केवल गुमराह करने का काम कर रहे है। उन्हें दिल्ली में छात्रों के भविष्य और शिक्षा स्तर में सुधार करने से कोई सरोकार नही है।

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