मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत 16 जून को स्थित जेईसीसी में प्रातः 11 बजे राजस्थान किसान महोत्सव का शुभारंभ करेंगे : डॉं. पृथ्वी

जयपुर। प्रदेश के किसानों को समृद्ध एवं खुशहाल बनाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत 16 जून को जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में प्रातः 11 बजे राजस्थान किसान महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी डॉं. पृथ्वी ने बताया कि महोत्सव में कृषि क्षेत्र की नवीनतम विधाओं, नवाचारों और जनकल्याणकारी योजनाओं से किसानों को जागरूक किया जाएगा। इसके माध्यम से किसान, पशुपालक, कृषि से जुड़े तकनीकी विशेषज्ञ, कृषि व्यवसाय से जुड़े उद्यमी, शिक्षाविद, आदि एक मंच पर एकत्रित होंगे। महोत्सव में किसानों को कृषि क्षेत्र में हो रहे नवीनतम प्रयोग, अनुसंधान आदि की जानकारी दी जाएगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।
शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी ने बताया कि तीन दिवसीय इस राज्य स्तरीय किसान महोत्सव में 50 हजार किसान सम्मिलित होंगे। जिसमें से प्रथम दिन 20 हजार, द्वितीय व तृतीय दिन 15-15 हजार किसान शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद 23 एवं 24 जून को उदयपुर स्थित कृषि मंडी बलीचा में और 30 जून से एक जुलाई को कृषि विश्वविद्यालय मंडोर, जोधपुर में संभाग स्तरीय किसान महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इन संभाग स्तरीय महोत्सव में 20-20 हजार किसान हिस्सा लेंगे।
डॉं. पृथ्वी ने बताया कि राजस्थान किसान महोत्सव में 5 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में निर्मित स्मार्ट फार्म विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। स्मार्ट फार्म में कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी, मत्स्यपालन व कृषि विपणन की विश्व स्तरीय तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मिनी स्प्रिंकलर, स्प्रिंकलर, ड्रिप इरिगेशन व सोलर पम्पों से उपयोग जैसी सिंचाई की विभिन्न वैज्ञानिक तकनीकों का सजीव प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा।
इसी प्रकार स्मार्ट फार्म में ग्रीनहाउस के माध्यम से बेमौसम में खेती करने, शेडनेट हाउस के जरिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन, जल संरक्षण और प्लास्टिक मल्चिंग से खरपतवार की रोकथाम को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
महोत्सव में राज्य स्तरीय लम्पी आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम के दौरान 42 हजार पात्र पशुपालकों के खातों में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा 176 करोड़ रूपए की सहायता राशि सीधे हस्तांतरित की जाएगी। महोत्सव में 15 नए जिलों सहित कुल 47 जिलों में लम्पी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इससे राज्य के पशुपालकों को आर्थिक सहायता मिलेगी एवं पशुधन उत्पाद वृद्धि की दिशा में पशुपालक अग्रसर हो सकेंगे।
  किसान महोत्सव में पशुपालकों एवं आगंतुकों के लिए विभिन्न प्रकार के उन्नत नस्लीय पशु विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। जिसमें मुर्रा नस्ल का भैंसवंशीय नर शूरवीर व राजा के साथ कुक्कुट कड़कनाथ विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। लार्ज व्हाइट यार्कशायर कर नस्ल के शूकर, सोवियत चिंचिला एवं व्हाइट जायन्ट नस्ल के खरगोश, दुम्बा, अविशान, चोकला, नाली नस्ल की भेड़, व्हाइट लेगहॉर्न, जापानी क्वेल नस्ल के कुक्कुट, साहीवाल, थारपारकर, राठी, गीर नस्लीय गौवंश के साथ जमुनापारी व सोजत नस्ल के बकरे-बकरी सहित अन्य पशु आकर्षण का केंद्र रहेंगे। पशु प्रदर्शनी से पशुपालकों को उन्नत नस्लीय पशुपालन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी साथ ही पशुपालक जागरूक हो सकेंगे।
महोत्सव में किसानों के लिए जाजम चौपाल की व्यवस्था की गई है। चौपाल में किसानों के लिए कृषि, उद्यानिकी और पशुपालन तीनों चौपालें एक साथ आयोजित की जाएगी। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा परम्परागत विषयों से हटकर नये विषयों पर किसानों को नई विधाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी तथा किसान विशेषज्ञों से संवाद भी कर सकेंगे।
किसानों को उर्वरकों व उन्नत बीजों की जानकारी देने, एग्री सेक्टर से जुड़े उद्योग लगाने और युवाओं को एंटरप्रेन्योर बनाने के लिए महोत्सव में 200 से ज्यादा स्टॉल लगायी जाएगी। जिसमें सूक्ष्म सिंचाई, स्वचालित ड्रोन, संरक्षित खेती, सोलर पंप से संबंधित नवीनतम तकनीकों की जानकारी किसानों को प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार पशुपालन और मत्स्यपालन के लिए उन्नत नस्ल के पशुओं से किसानों को रूबरू करवाया जाएगा। किसानों को बीज, उर्वरक, जैविक आदानों (ऑर्गेनिक इनपुट), पौध संरक्षण रसायन, खाद्य प्रसंस्करण, एफपीओ व स्टार्टअप से संबंधित जानकारी दी जाएगी।
खेती-किसानी के कार्य को सुलभ बनाने एवं समय की बचत के लिए कृषि यंत्रों का प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें रोटावेटर, कल्टीवेटर, ट्रैक्टर, रिज बेड प्लांटर और बेकहो लोडर जैसे उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा, साथ ही संपूर्ण जानकारी किसानों को प्रदान की जाएगी। इसके अलावा कृषि ड्रोन, मिनी टिलर, सुपर सीडर, लेजर लैंड लेवलर, थ्रेशर, जैसी अनेक अत्याधुनिक मशीनरी किसानों के लिए प्रदर्शित की जाएगी।
 
फिल्म प्रदर्शन, साहित्य वितरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे
महोत्सव में बीज, उर्वरक एवं उन्नत विधाओं की जानकारी के लिए बनाई गयी उपयोगी फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इसके अलावा कृषि से जुड़ी योजनाओं की संपूर्ण जानकारी का साहित्य कृषकों को दिया जाएगा। यहां किसान ऊंट नृत्य, घोड़ी नृत्य और राजस्थानी पारंपरिक नृत्यों का लुत्फ भी उठा सकेंगे।
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