ग्रामीणों के लिए स्वरोजगार का सबसे सशक्त माध्यम खादी और ग्रामोद्योग विभाग है

उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह ग्रामीण अर्थ व्यवस्था से सीधे जुड़ा हुआ है और ग्रामीणों के लिए स्वरोजगार का सबसे सशक्त माध्यम भी है। इसलिए अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक लाभ पहुंचना चाहिए। उनका दावा था कि राज्य सरकार ने योजनाओं को लागू करने के लिए पर्याप्त बजट बनाया था। बजट का पूरा उपयोग होना चाहिए। बजट सरेंडर होने पर संबंधित को कठोर कार्रवाई की जाएगी।

यह निर्देश खादी भवन में विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान श्री सचान ने अधिकारियों को दिए। उन्हें लगता है कि मौजूदा समय में खादी को माडर्न दिखना चाहिए। इसके लिए बुनकरों को निफ्ट के माध्यम से एक महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित बुनकरों का फालोअप किया जाना चाहिए ताकि उन्हें प्रशिक्षण का लाभ मिल सके। साथ ही सभी प्रशिक्षित बुनकरों की कार्याशाला भी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि नए डिजाइन के कपड़े बनाने में खादी संस्थाओं की मदद की जानी चाहिए और खादी परिधानों को बढ़ावा देने के लिए खोज की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नई खादी डिजाइन आने से खादी उत्पादों का आकर्षण बढ़ेगा और बिक्री भी बढ़ेगी।

खादी मंत्री ने कहा कि दीपावली पर आयोजित होने वाले मेले और प्रदर्शनियों को अभी से तैयार करना चाहिए। इस बार दशहरा से दीपावली तक खादी और माटी कला की प्रदर्शनी होगी। इससे कलाकारों को अपने उत्पादों की बिक्री के और अधिक अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष भी खादी फैशन शो का आयोजन किया जाएगा, जैसा कि पिछले वर्ष हुआ था। उनका कहना था कि आगामी 28 अगस्त को मुख्य कार्यपालक अधिकारी की अध्यक्षता में एक “समाधान दिवस” आयोजित किया जाएगा, जिसमें सेवानिवृत्त हो चुके कार्मिकों के पेंशन और अन्य देयकों सहित लंबे मामले त्वरित निस्तारित किए जाएंगे।खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों में से एक श्री अरूण प्रकाश, बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, बैठक में उपस्थित थे।

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