एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने राजस्थान में 300 मेगावाट की दीर्घकालिक विद्युत उत्पादन परियोजना पर समझौता किया।

कोयला मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत नवरत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड से 300 मेगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति करने के लिए दीर्घकालिक विद्युत उपयोग समझौता किया है।

NLCIL वर्तमान में 1,421 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा  उत्पादन की क्षमता है। कंपनी की कॉरपोरेट योजना के अनुसार, वह 2030 तक 6,031 मेगावाट की क्षमता बनाने का लक्ष्य रखती है।भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) द्वारा शुरू की गई CPSU योजना चरण-II की कड़ी-III में, कंपनी ने प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से 510 मेगावाट की सौर परियोजना क्षमता हासिल की है। राजस्थान के बीकानेर जिले के बरसिंगसर में 300 मेगावाट की सौर विद्युत परियोजना चल रही है। मेसर्स टाटा पावर सोलर सिस्टम को इस परियोजना के लिए EPC अनुबंध मिल गया है।

300 मेगावाट सौर परियोजना के लिए विद्युत उपयोग समझौते (पीयूए) पर एनएलसी इंडिया लिमिटेड और राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (आरयूवीएनएल) के बीच 17 अगस्त 2023 को जयपुर में आरयूवीएनएल के निदेशक (वित्त) श्री डी.के. जैन और एनएलसी इंडिया लिमिटेड के जीएम (पीबीडी) श्री डी. पी. सिंह ने राजस्थान सरकार के प्रधान सचिव (ऊर्जा) श्री भास्कर ए सावंत, आरयूवीएनएल के प्रबंध निदेशक श्री एमएम रणवा और एनएलसी इंडिया लिमिटेड के सीएमडी श्री प्रसन्ना कुमार मोटुपल्ली, एनएलसीआईएल के ईडी (वित्त) श्री मुकेश अग्रवाल, बरसिंगसर के प्रोजेक्ट हेड श्री जगदीश चंद्र मजूमदार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में राजस्थान सरकार को अगले 25 वर्षों तक आपूर्ति के लिए हस्ताक्षर किए।

इस परियोजना से प्रतिवर्ष 750 मिलियन यूनिट विद्युत का  उत्पादन किया जाएगा और उत्पादित कुल हरित विद्युत राजस्थान को आपूर्ति की जाएगी। यह परियोजना राजस्थान को उनके नवीकरणीय ऊर्जा खरीद दायित्व लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी।इस परियोजना से उत्पन्न विद्युत से हर साल 0.726 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाने में मदद करेगी। नवीकरणीय ऊर्जा के संबंध में, तमिलनाडु में वर्तमान में 1.40 गीगावॉट क्षमता के अतिरिक्त, पहली बार एनएलसीआईएल अन्य राज्यों में इस क्षमता का विस्तार कर रहा है।

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