PRCI के ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव में डिजिटल युग में विश्वास,पारदर्शित्ता और साइबर लॉ के प्रति जागरूकता की महत्ता पर गंभीर विचार विमर्श

पब्लिक रिलेशंस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीआरसीआई) द्वारा पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी दिल्ली (पीआरएसडी) के सहयोग से आयोजित 17वां ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव 21 और 22 सितंबर, 2023 को सफलतापूर्वक संपन्न हुई।   यह गतिशील सम्मेलन उद्योग जगत के प्रोफेशनल्स  के लिए एक विशिष्ट मंच के रूप में उभरा । इस कॉन्क्लेव में संचार विशेषज्ञ, मीडिया दिग्गज, पीआर विशेषज्ञ, इवेंट मैनेजमेंट पेशेवर और अकादमिक विद्वान डिजिटल युग में   पारदर्शिता  और विश्वास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों  को चिन्हित  कर चर्चा करने और अंतर्दृष्टि का आदान-प्रदान करने के  प्रभावी प्रयास किये गए।

उद्घाटन समारोह में मीडिया , जनसम्पर्क और मीडिया शिक्चा से जुड़े हुए प्रोफेशनल्स  की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।  अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी और राज्य सभा के पूर्व संसद सदस्य श्री के.सी. त्यागी  उद्घाटन समारोह के मुख्य अथिति थे।  सम्मेलन में ऑस्ट्रिया, मिस्र, इज़राइल, स्विट्जरलैंड और फिलीपींस के दूतावासों के प्रतिनिधि शामिल थे, जो इस आयोजन के  वैश्विक स्वरुप  को दर्शाता है।

इस कॉन्क्लेव  का शुभारम्भ  भारत और विदेशों में कई कंपनियों के अध्यक्ष और जाने-माने पेशेवर डॉ. विजय पोथुकुची के सम्बोधन से हुआ। आपने  सामाजिक मुद्दों से निपटने के दौरान अधिक मानवीय स्पर्श और संवेदनशीलता की आवश्यकता को रेखांकित किया ।

जनता दल यूनाइटेड के विशेष सलाहकार और, मुख्य प्रवक्ता ,पूर्व सांसद श्री के.सी. त्यागी, ने कॉन्क्लेव के महत्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा,”आज के युग में, जहां संचार सार्वजनिक धारणा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, पीआरसीआई द्वारा आयोजित 17वां ग्लोबल कम्युनिकेशन  कॉन्क्लेव  एक अत्यंत सार्थक पहल है  । पीआरसीआई डिजिटल युग में चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श करने के लिए उद्योग के नेताओं, संचार विशेषज्ञों और पीआर विशेषज्ञों के लिए एक मंच प्रदान करके सराहनीय काम कर रहा है। कॉन्क्लेव को  संबोधित करते हुए, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि न्यू मीडिया (सोशल मीडिया) के उद्भव के साथ, इस डिजिटल और इंटरनेट युग में बड़े पैमाने पर  मीडिया प्रोफेशनल्स  की प्रतिभाओ के ऍंगेजे होने की  प्रचुर संभावनाएं उपलब्ध हुई  हैं।

पब्लिक रिलेशंस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीआरसीआई) के मुख्य संरक्षक और एमेरिटस चेयरमैन, श्री एम.बी जयराम ने शीर्ष वक्ताओं और विशेषज्ञों की भागीदारी पर प्रकाश डालते हुए सम्मेलन के प्रति  अपने उत्साह और विश्वास  व्यक्त किया। इस मेगा इवेंट में 250 से अधिक कॉर्पोरेट संचार विशेषज्ञों और मीडिया और मीडिया एजुकेशन से जुड़े  अग्रणी  सदश्यो ने भाग लिया ।  सभी  वक्ताओं ने डिजिटल युग में विश्वास और पारदर्शिता की उपस्थिति पर जोर देते हुए विभिन्न विषयों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।

पीआरसीआई की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री गीता शंकर ने गर्व से कहा कि, “पीआरसीआई का 17वां ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव एक बार फिर डिजिटल युग में संचार के विकसित परिदृश्य में सार्थक संवाद और अंतर्दृष्टि के लिए निश्चित ही एक सार्थक  मंच साबित होगा । हम जनसंपर्क और संचार का क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” । कार्यक्रम में  पीआरसीआई गवर्निंग कौंसिल के सचिव,  डॉ टी विनय कुमार,  वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पीआरसीआई श्री के रवींद्रन, ,बैंगलोर विश्वविद्यालय के  पूर्व वीसी, प्रोफेसर डॉ के वेणुगोपाल,  ,पीआरएसडी के  सचिव, श्री जीएस बावा,  और  उपाध्यक्ष श्री सर्वेश तिवारी, पीआरसीआई के कॉन्क्लेव चेयरमैन  श्री राजेश सहगल कार्यक्रम में  और बड़ी संख्या में पीआर, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन और मीडिया प्रोफेशनल्स मौजूद थे। .

कॉन्क्लेव में अधिकांश सत्रों में  “डिजिटल युग में विश्वास का निर्माण” की प्रचुर सम्भवनाओ  विचार विर्मश हुआ , इसमें विडिजिटल परिवर्तन के नैतिक और सामाजिक निहितार्थ, डिजिटल युग में संस्कृति का पुनरुद्धार, जनसंपर्क में मानवीय तत्व को बनाए रखना और एआई के युग में युवाओं के लिए सीखने की चुनौतियाँ और अवसर शामिल थे। ,

कॉन्क्लेव में पहले  दिन डिफेंस से सम्बन्धी संसदीय समिति के चेयरमैन व सांसद  श्री जुवाल औराम  और भारत सरकार  के भूतपूर्व पर्यटन सचिव श्री विजय जुत्सी  द्वारा जनसम्पर्क के अलावा विभिन्न कार्य छेत्रो से जुड़े  प्रतिष्ठित पेशेवरों को उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए चाणक्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा  जनसम्पर्क, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन के वरिष्ठ सदश्यो को हॉल ऑफ़ फेम से सम्मानित किया गया।  पूर्व सचिव (पर्यटन),   श्री विनोद जुत्शी ने अपने संछिप्त सम्बोधन में जनसंचार के क्षेत्र में वैश्विक ज्ञान का पावरहाउस बनने वाले संगठनों पर प्रकाश डाला और  इस बात पर जोर दिया की संचार के सम्प्रेषण में  पारदर्शिता के साथ ही ,राय और समाचार के बीच अंतर,  फैक्ट्स की कड़ी   जांच और सत्यापन आवश्यक है, नैतिक रिपोर्टिंग, समाचार रिपोर्टिंग में निष्पक्षता और गैर-पक्षपात और डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा  भविष्य के कम्युनिकटर्स के लिए  गंभीर चुनौती है।

कॉन्क्लेव दूसरे दिन की शुरुआत ब्रह्माकुमारीज़ की बहन बीके विधात्री के नेतृत्व में आध्यात्मिक जागृति सत्र से हुई। दिन भर रोचक  सत्रों के माध्यम से “डिजिटल युग में व्यावसायिक संबंधों में विश्वास का निर्माण” और “साइबरस्पेस में विनियमन की आवश्यकता” सम्बन्धी मुदद्दो पर विचारोत्तजक विमर्श  जारी रहा।

error: Content is protected !!