किसानों और व्यापारियों को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करने की सुविधा के लिए भंडारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) ने बैंक ऑफ इंडिया के साथ 27.09.23 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस मौके पर डब्ल्यूडीआरए के अध्यक्ष श्री टी के मनोज कुमार ,बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रजनीश कर्नाटक और बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्री एम कार्तिकेयन और डब्ल्यूडीआरए तथा बैंक ऑफ इंडिया के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।एमओयू पर हस्ताक्षर ई–एनडब्ल्यूआर (इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रिसीप्ट) के खिलाफ फंडिंग के लिए जागरूकता को बढ़ावा देने के इरादे से किये गये हैं।एमओयू का उद्देश्य भारत में कृषि वित्त में सुधार के लिए आगे की गतिविधियों के अलावा जमा कर्ताओं को लाभों के बारे में जानकारी प्रदान करना भी है।कार्यक्रम के दौरान, ग्रामीण ऋण में सुधार के लिए इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रिसीप्ट (ई–एनडब्ल्यूआर) का उपयोग करके फसल कटाई के बाद वित्तपोषण के महत्व पर डब्ल्यूडीआरए की ओर से एक प्रस्तुति दी गयी। बैंक के प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर इस क्षेत्र में ऋण देने वाली संस्थाओं के सामने आने वाले जोखिमों पर भी प्रकाश डालाडब्ल्यूडीआरए ने हितधारकों के बीच विश्वास को और बेहतर बनाने में अपने पूर्ण नियामक समर्थन का आश्वासन दिया।