आरईसी को एसोचैम ने ‘समृद्धि और समावेश में सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता’ पुरस्कार से सम्मानित किया

आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत एक महारत्न कंपनी है, जिसे बुधवार को एसोचैम द्वारा आयोजित चौथे समृद्धि और समावेश उत्कृष्टता पुरस्कार  और सम्मेलन में ‘समृद्धि और समावेश में नीतियों के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 23 नवंबर को दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में श्री टी.एस.सी बोष, आरईसी लिमिटेड, कार्यपालक निदेशक ने आरईसी की ओर से इस सम्मान को स्वीकार किया।

यह सम्मान पारंपरिक मानदंडों से परे समावेशी नीतियों को तैयार करने में आरईसी की अनुकरणीय प्रयोग का एक प्रमाण है। अपने कार्यबल में विविधता को अपनाने के लिए कंपनी का समर्पण उसकी विचारशील नीतियों में प्रतिबिंबित होता है, जो उद्योग में एक सराहनीय मानक स्थापित करता है।

इस मौके पर श्री बोष  ने कहा “हमें इस पुरस्कार को प्राप्त होने पर गर्व है, जो आरईसी के समावेश और हमारे संघर्षमय प्रयासों को दर्शाता है कि हम विविधता को मूल्य देने वाले कार्यस्थल को बनाने में जुटे हैं। यह सम्मान हमें यहाँ से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा, ताकि हम अपने संगठन के हर पहलू में विविधता और समावेश का प्रचार करते रहें।”

“विविधता और समावेशन में नीतियों के लिए सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता” पुरस्कार एक ऐसा कार्यस्थल बनाने की दिशा में आरईसी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो विभिन्न मतों को स्वीकार कर, नवाचार को बढ़ावा देते हुए, सभी कर्मचारियों के लिए समान अवसरों को बढ़ावा देता है।

आरईसी के प्रबंधन और मानव संसाधन कार्य ने इस मील के पत्थर को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी को कॉर्पोरेट परिदृश्य में विविधता और समावेशन का प्रतीक बनाने की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए उनका समर्पण और रणनीतिक दृष्टिकोण सराहना का पात्र है।

हाल ही में, आरईसी को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जोखिम प्रबंधन में ‘गोल्डन पीकॉक पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया, जो कि निदेशक संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स (आईओडी) द्वारा  प्रदान किया गया था। इसके अलावा, कंपनी को 2023 में डन एंड ब्रैडस्ट्रीट पीएसयू पुरस्कार में ‘सर्वश्रेष्ठ केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्रीय उपक्रम’ पुरस्कार प्रदान किया गया था।

आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के तहत 1969 में स्थापित एक महारत्न सीपीएसई कंपनी है, जो कि विद्युत-बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक ऋण और अन्य वित्त उत्पाद प्रदान करती है, जिसमें उत्पादन, ट्रांसमिशन, वितरण, नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन जैसी नई प्रौद्योगिकियां भी शामिल हैं। हाल ही में आरईसी ने गैर-विद्युत अवसंरचना जैसे क्षेत्रों को भी ऋण प्रदान करना शुरू किया है, जिसमें सड़क और एक्सप्रेसवे, मेट्रो रेल, हवाई अड्डे, आईटी संचार, सामाजिक और वाणिज्यिक अवसंरचना (शैक्षिक संस्थान, अस्पताल), बंदरगाह और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल (ई एंड एम), स्टील, रिफाइनरी आदि शामिल हैं। आरईसी की ऋण पुस्तिका 4,74,275 करोड़ रुपये से अधिक है।

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