शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने प्रधानमंत्री मोदी को दिया आशीर्वाद

14 जनवरी, 2024 को पंचनद स्मारक समीति के सदस्य ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी से दिल्ली उनके आश्रम पर मिले। जहां पंचनद स्मारक समीति से समीति के अध्यक्ष डॉ श्रीराम आहुजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश मनचन्दा, मुख्य सचिव विरेन्द्र काठपालिया, कोषाध्यक्ष डॉ अनिल गिरोत्रा, वरिष्ठ सदस्य सुभाष चावला ने शिरकत की। इस मौके पर पंचनद स्मारक समीति के अध्यक्ष डॉ श्रीराम आहुजा जी ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द जी से अयोध्या बन रहे राम मन्दिर पर नाराजगी छोड़कर, मोदी जी को आर्शिवाद देने की बात कही। जिस पर शंकराचार्य जी ने स्पष्ट कहा कि वे ना तो मोदी जी से नाराज हैं और ना ही किसी पार्टी से राम मन्दिर उनका भी सपना है जो साकार होने जा रहा है तो नाराज होने वाली बात ही नहीं। और जहां तक मोदी जी को आर्शिवाद देने की बात है तो मोदी जी के सदैव हितैषी ही रहे हैं। अगर हम उन्हें कोई गलती करने से आगाह कर रहे हैं तो हम उनके शत्रु नहीं है बल्कि उनके सच्चे हितैषी हैं कि अगर आप शास्त्र विरुद्ध कोई कार्य करेंगे तो उसके उन्हें कहीं गलत परिणाम ना भुगतने पड़े।

शंकराचार्य जी ने कहा कि धार्मिक व्यवस्था अनुसार मेरे उनसे मतभेद आवश्यक हैं पर हम अपनी ढंग से उसकी व्यवस्था के साथ चलेंगे और मोदी जी अपने ढंग से राजनीतिक तौर पर ही सही जो काम वह हिंदुत्व को दुनिया में फैलने का कर रहे हैं उसके लिए मैं बहुत खुश हूं और मैं आहूजा जी आपकी बात से सहमत हूंऔर उन्हें आशीर्वाद देता हूं ।

पंचनद स्मारक समीति ने शंकराचार्य जी के साथ हुई इस बैठक में बताया कि समीति धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को तेजी देने जा रही है। जिसमें 1947 में भारत पाकिस्तान विभाजन के दौरान आए उन भारतीयों को आबंटित जमीन को दिलवानाए जो आबंटित तो हुई लेकिन आज तक उन्हें मिली नहीं के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों के साथ समन्वय स्थापित कर प्रक्रिया को तेज करना शामिल है।

2. साथ ही पंचनद स्मारक समीति ईशरगढ़ स्थित आश्रम पर प्रति महीना पूर्णिमा उत्सव करेगीए जिसमें देश और विदेश से लोगों को साथ जोड़ा जाएगा।

3. पंचनद स्मारक समीति सदस्यता अभियान चलाएगी, तारीख की धोषणा अगले 10 दिनों में कर दी जाएगी। यह सदस्यता अभियान देशव्यापी होगा और इसमें देश भर के लोगों को साथ जोड़ा जाएगा।

4. पंचनद स्मारक समीति का एक विशिष्ट दल जल्द ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से मिलेगा और पंचनद में की जा रही सभी प्रकार की गतिविधियों की जानकारी देने के साथ साथ 1947 में भारत पाकिस्तान विभाजन की विभिषिका से प्रभावित लोगों की जमीन दिलाने, स्मारक बनाने और 14 अगस्त की राष्ट्रीय छुट्टी धोषित हो की बात रखेगा।

ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी श्रीअविमुक्तेश्वरानन्द जी ने पुनः जोर दिया कि 1947 के भारत पाकिस्तान विभाजन के दौरान जो भी हिन्दु उस त्रासदी से प्रभावित हुआ वो उनके परिवार का ही सदस्य है और उस परिवार का अगर कोई भी सदस्य आज भी अगर तकलीफ में है तो ये मेरी तकलीफ है जिसे हम सभी मिलकर दूर करने का हर संभव प्रयास करेंगे।

पंचनद स्मारक समीति के सदस्यों ने बैठक में 14 अगस्त को विभाजन विभिषिका दिवस धोषित करने पर प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया और दिल्ली में पंचनद स्मारक बनाने के लिए जमीन की मांग की।

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