8वें भारत जल सप्ताह 2024 में पहले दिन की गति को जारी रखते हुए, कार्यक्रम के दूसरे दिन भी प्रतिभागियों के बीच भारी उत्साह का प्रदर्शन करते हुए एक प्रभावशाली उपस्थिति देखी गई कंट्री फोरम के तीन सत्र आयोजित किये गये। डेनमार्क, सिंगापुर, गुयाना, जिम्बाब्वे, इंडोनेशिया, मोरक्को और कंबोडिया के विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए और जल क्षेत्र में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रकाश डाला। इन सत्रों में जल क्षेत्र में सरकारों और व्यवसायों के बीच सहयोग और समझौते के अवसरों पर प्रकाश डाला गया।
छठे भारत-यूरोपीय संघ जल मंच के लिए एक संयुक्त उच्च स्तरीय पूर्ण सत्र जल शक्ति राज्य मंत्री डॉ. राज भूषण चौधरी की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित किया गया। फोरम का उद्देश्य जल क्षेत्र में प्रासंगिक क्षेत्रों का पता लगाना और साथ ही भारत-यूरोपीय संघ जल साझेदारी के विकास पर प्रकाश डालना है, जिसमें सरकारी प्रतिनिधि, विशेषज्ञ, शोधकर्ता, व्यवसाय और अन्य हितधारक योगदान दे सकते हैं और इससे लाभ उठा सकते हैं। (विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति: https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=2056022) पर उपलब्ध है। इसी प्रकार जल प्रबंधन में नवीन समाधानों और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए इज़राइल और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी अलग-अलग सत्र आयोजित किए गए।
कार्यक्रम के दूसरे दिन का एक अन्य महत्वपूर्ण हिस्सा वाटर लीडर्स फोरम था, जिसमें उद्योग के राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियों और विचार-विमर्श के माध्यम से एकीकृत सतह और भूजल भंडारण प्रबंधन, मांग प्रबंधन और जल उपयोग दक्षता और सार्वजनिक क्षेत्र, नीति निर्माता, अनुसंधान और शिक्षा जगत, गैर सरकारी संगठन आदि अन्य संबंधित क्षेत्रों पर महत्वपूर्ण जल विषयों को शामिल किया गया था।