श्री संजय कुमार सिंह, निदेशक (परियोजनाएं), एनएचपीसी ने दिनांक 01 सितंबर 2025 को भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी और भारत सरकार के नवरत्न उद्यम एनएचपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक के पद का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया है। श्री सिंह बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (सिविल) डिग्रीधारक हैं और उन्हें भारत तथा भूटान में बड़ी एवं प्रतिष्ठित परियोजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में विद्युत और अवसंरचना के क्षेत्र में 33 वर्षों से अधिक का व्यापक और विविध अनुभव है।
श्री सिंह दिनांक 24.07.2024 से एनएचपीसी में निदेशक (परियोजनाएं) के पद पर कार्यरत हैं। एनएचपीसी के निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, लगभग 31.5 किलोमीटर की एचआरटी वाली प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण, 800 मेगावाट की पार्बती-II जलविद्युत परियोजना चालू हुई। इसके अलावा सबसे बड़ी निर्माणाधीन परियोजनाओं में से एक सुबनसिरी लोअर जलविद्युत परियोजना (2000 मेगावाट) भी शीघ्र ही चालू होने वाली है। एनएचपीसी और उसकी संयुक्त उद्यम/सहायक कंपनियों की अन्य निर्माणाधीन परियोजनाओं में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
श्री सिंह ने दिनांक 08.08.2024 से दिनांक 16.04.2025 तक एनएचपीसी के निदेशक (तकनीकी) का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला है। श्री सिंह एनएचपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड और जलपावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां) के निदेशक मंडल के अध्यक्ष भी हैं। उन्हें रतले हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचपीसी और जेकेएसपीडीसीएल का एक संयुक्त उद्यम) और चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (एनएचपीसी और जेकेएसपीडीसीएल का एक संयुक्त उद्यम) के निदेशक मंडल में नामित निदेशक भी नियुक्त किया गया है।
एनएचपीसी के निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में नियुक्ति से पहले, श्री संजय कुमार सिंह एसजेवीएन लिमिटेड में मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। एसजेवीएन में, उन्होंने सुन्नी बाँध एचईपी (निर्माण चरण), नैटवाड़ मोरी एचईपी (निर्माण चरण), लुहरी एचईपी चरण–II (एसएंडआई चरण) और जखोल संकरी एचईपी (एसएंडआई चरण) के परियोजना प्रमुख के रूप में कार्य किया है। श्री सिंह ने एसटीपीएल (एसजेवीएन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में भी कार्य किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने भारत की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना अर्थात नाथपा झाकड़ी जलविद्युत परियोजना (1500 मेगावाट), हिमाचल प्रदेश, ताला जलविद्युत परियोजना (1020 मेगावाट), भूटान और देवसारी जलविद्युत परियोजना (उत्तराखंड) की एस एंड आई / निर्माण-पूर्व गतिविधियों के प्रमुख महत्वपूर्ण घटकों के निर्माण के लिए विभिन्न पदों के उत्तरदायित्व का निर्वहन सफलता पूर्वक किया है।
श्री सिंह के पास प्रमुख परियोजना गतिविधियों के विभिन्न स्तरों जैसे परियोजना निर्माण, सर्वेक्षण और अन्वेषण/पूर्व-निर्माण, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट और लागत अनुमान तैयार करना, बोली दस्तावेजों का निर्माण, बोलियों का मूल्यांकन, अवार्ड जारी करना, संविदा प्रबंधन, परियोजना नियोजन और निगरानी, विभिन्न मंत्रालयों/विभागों जैसे केंद्रीय जल आयोग/ केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण/विद्युत मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ पर्यावरण, वन, तकनीकी-आर्थिक, सार्वजनिक निवेश बोर्ड आदि से संपर्क पर कार्य करने का समृद्ध अनुभव है।