भाजपा हटाओं देश बचाओं, नया भारत बनाओं:डी राजा

पटना

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नव निर्वाचित राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड डी राजा का सम्मान समारोह गुरुवार को जनशक्ति में आयोजित किया। कॉमरेड डी राजा पार्टी की 14 से 18 अक्टूबर तक आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आयोजित 24 वीं कांग्रेस में फिर से महासचिव चुने गए। समारोह समारोह की अध्यक्षता राज्य सचिव कॉमरेड रामनरेश पांडेय ने की जबकि संचालन राष्ट्रीय परिषद सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने किया।इस मौके पर सीपीआई के विधान पार्षद कॉमरेड केदारनाथ पांडेय को श्रद्धांजलि दी गई।
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड डी राजा ने कहा कि पार्टी कांग्रेस ने वर्तमान राजनीतिक स्थिति का विश्लेषण किया और पार्टी द्वारा भविष्य की कार्रवाई रणनीति तय की गई। कांग्रेस में बीजेपी-आरएसएस गठबंधन को 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से हटाने का निर्णय लिया गया। भाजपा-आरएसएस गठबंधन धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। देश का संविधान खतरे में है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार देश को विनाशकारी दिशा में ले रही है। देश को व्यापक गहरे संकट में डालने वाली नीतियां लागू कर रही है। अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है। भारतीय रुपये का मूल्य गिर गया है। इतना निम्न स्तर रुपये का मूल्य गिर गया है कि इससे राष्ट्र के सम्मान को ठेस पहुँचा रहा है। बेरोजगारी अभूतपूर्व ऊंचाई तक पहुंच गई है। जिससे युवाओं में अशांति फैल गई। वर्ल्ड हंगर इंडेक्स में भारत को निचले स्तर पर रखा गया है। कॉरपोरेट और बड़े बिजनेस हाउस को राष्ट्रीय संपत्ति और राष्ट्र की संपत्ति को लूटने की अनुमति दे दी गई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म करने और निजीकरण करने पर आमादा है। भाजपा-आरएसएस देश के संविधान के मूल सिद्धांतों को खत्म करने के पर प्रतिबद्ध है। भाजपा सरकार संविधान और भारतीय राज्य के चरित्र जो संविधान के अनुसार एक धर्मनिरपेक्ष, कल्याणकारी और संघीय राज्य है को बदलने पर तुली हुई है। दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। नागरिकों के संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला जा रहा है। आज देश में पूंजीवाद का उदय हो रहा है। मोदी सरकार देश को  सांप्रदायिक और फासीवादी रास्ते पर ले जाना चाहती है।
सीपीआई महासचिव ने कहा कि पार्टी ने लोगों को तबाही से बचाने के लिए बीजेपी-आरएसएस का गठबंधन को सत्ता से हटाने का प्राथमिकता में शामिल किया है। पार्टी कांग्रेस  धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक दल, क्षेत्रीय दल, वामपंथी ताकतें और सामाजिक ताकतों से एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ संघर्ष तेज करने का आह्वान किया है ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाया जा सके। आजीविका के बुनियादी मुद्दे जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, रोजगार, हमारे अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए आवास, भोजन और भूमि को लिया जाना चाहिए लोग गरिमा के साथ जी सके। सीपीआई को मजबूत करें। मार्क्सवाद-लेनिनवाद को भारतीय सन्दर्भ में लागू करते हुए पार्टी को अपनी नीति को और तेज़ करना चाहिए। वर्ग शोषण, जाति उन्मूलन और  पितृसत्ता को समाप्त करने के लिए संघर्ष तेज करने का फैसला लिया गया।पार्टी 2025 में अपनी शताब्दी मनाने जा रही है। पार्टी को उभरना होगा। दस लाख सदस्यता पर पार्टी की शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा। संसद, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों में पार्टी की स्थिति मजबूत की जाएगी वाम एकता और कम्युनिस्ट एकता को मजबूत किया जाएगा। पार्टी कांग्रेस ने सभी वाम दलों से वामपंथी एकता को मजबूत करने की अपील की है । भाजपा के खिलाफ मजबूत लड़ाई के लिए कम्युनिस्ट आंदोलन की एकता  महत्वपूर्ण है। पार्टी कॉंग्रेस ने कॉर्पोरेट-सांप्रदायिक फासीवादी ताकतों के खिलाफ संघर्ष तेज करने पर  भाकपा की कांग्रेस ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य सचिव कॉमरेड रामनरेश पांडेय ने बिहार में पार्टी को मजबूत करने का आहवान किया।उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र से भाजपा की विदाई तय हो गई है। समारोह को राष्ट्रीय सचिव नागेन्द्र नाथ ओझा,परिषद सदस्य राजेन्द्र प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय परिषद सदस्य अवधेश कुमार राय, एआईवाईएफ राष्ट्रीय महासचिव तिरुमलाई आदि ने संबोधित किया

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