श्री आर.के. सिंह, माननीय केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, भारत सरकार इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अपने संबोधन में माननीय मंत्री ने एनएचपीसी के 48वें स्थापना दिवस के अवसर पर सभी एनएचपीसी कार्मिकों को हार्दिक बधाई दी। माननीय मंत्री ने देश के समग्र विकास तथा आर्थिक विकास में जलविद्युत परि योजनाओं की भूमिका की सराहना की। उन्होंने भविष्य में एनएचपीसी को विद्युत मंत्रालय से हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री आलोक कुमार, सचिव (विद्युत), भारत सरकार ने कहा कि एनएचपीसी भारत के विद्युत क्षेत्र और राष्ट्र निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अपने संबोधन में श्री वाई.के. चौबे, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी ने श्री आर.के. सिंह, माननीय केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, भारत सरकार और विद्युत मंत्रालय को उनके निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने माननीय मंत्री को यह आश्वासन भी दिया कि एनएचपीसी पूर्ण समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपना कार्य जारी रखेगी। समारोह का विशेष आकर्षण एनएचपीसी के सामाजिक स्वास्थ्य और कल्याण क्लब का श्री आर.के. सिंह, माननीय केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, भारत सरकार द्वारा उद्घाटन था। इस क्लब का उद्देश्य देश भर के विभिन्न स्कूलों में 10001 सामाजिक स्वास्थ्य और कल्याण क्लबों की स्थापना करके अगली पीढ़ी को स्वस्थ जीवन के बारे में शिक्षित करना है।
विभिन्न श्रेणियों जैसे सर्वश्रेष्ठ पावर स्टेशन, सर्वश्रेष्ठ निर्माणाधीन परियोजना, अनुकरणीय प्रतिबद्धता, एनएचपीसी के स्टार और दसवीं और बारहवीं कक्षा के स्टार छात्र एनएचपीसी पुरस्कार योजना (2021-22) के विजेताओं को सम्मानित भी किया गया।
विद्युत मंत्रालय से श्री आशीष उपाध्याय, विशेष सचिव और वित्त सलाहकार, श्री रघुराज माधव राजेंद्रन, संयुक्त सचिव (हाइड्रो), श्री मोहम्मद अफजल, संयुक्त सचिव एवं एनएचपीसी से श्री आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त), श्री बिस्वजीत बासु, निदेशक (परियोजनाएं) और श्री प्रेम प्रकाश, सीवीओ, एनएचपीसी भी उपस्थित थे। श्री आर.पी. गोयल, निदेशक (वित्त) ने धन्यवाद ज्ञापित किया और व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालने और अपनी उपस्थिति के साथ एनएचपीसी दिवस की शोभा बढ़ाने के लिए गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत मणिपुर, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, और असम के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक लोक नृत्य, संगीत आदि का आकर्षक प्रदर्शन किया गया जिसका इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने आनंद लिया।