भाजपा 31 मार्च 2023 तक दिल्ली नगर निगम का एक फोन ऐप बनाएगी और उसके माध्यम से निगम की सभी सेवाएं जनता के लिए सुलभता से घर बैठे उपलब्ध कराएंगी-सतीश उपाध्याय

नई दिल्ली

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं निगम चुनाव मेनिफेस्टों समिति के संयोजक श्री सतीश उपाध्याय ने आज एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया और दिल्ली की जनता के प्रति भारतीय जनता पार्टी के एक और संकल्प बिंदु को जारी किया। स्मरणीय है कि कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के झुग्गीवालों के लिए एक विशेष वचन पत्र जारी किया था।

पत्रकार वार्ता में पार्टी प्रवक्ता एवं मेनिफेस्टो समिति सदस्य श्री प्रवीण शंकर कपूर और प्रदेश भाजपा मीडिया रिलेशन सह-प्रमुख श्री विक्रम मित्तल भी उपस्थित थे।

श्री उपाध्याय ने कहा कि भाजपा विभिन्न माध्यमों से लोगों के बीच जाकर मेनिफेस्टों के लिए सुझाव एकत्र कर रही है, हमने आरडब्ल्यूए, व्यापारिक एवं उद्योगिक संगठनों, युवाओं एवं महिलाओं से जुड़े ग्रुप्स के अलावा ग्रामिणों, स्वरोजगारी लोगों, निगम कर्मियों आदि से सीधा संवाद किया है तो वहीं अकेले पार्टी द्वारा जारी वेबसाइट एवं वाट्सएप्प नंबर के माध्यम से हमें अब तक दिल्ली के 61000 से अधिक लोगों ने सुझाव भेजे हैं। लोगों के बीच “ सबकी दिल्ली सबके सुझाव” की भाजपा की थीम बहुत ही लोकप्रिय हो रही है। इस कार्य में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता एवं पदाधिकारियों, विधायकों के अलावा मेनिफेस्टों कमेटी के वरिष्ठ सदस्य श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी, श्री विजेन्द्र गुप्ता, श्री अभय वर्मा के साथ ही श्री हर्ष मल्होत्रा, श्रीमती रेखा गुप्ता, श्री संदीप कपूर, श्री प्रवीण शंकर कपूर एवं श्री राघव अवस्थी अलग-अलग संस्थाओं और लोगों से बात कर रहे हैं।

श्री उपाध्याय ने कहा कि जनता से मिले सुझावों और पार्टी नेतृत्व से हुई चर्चा के बाद हमने एक निर्णय लिया है कि जनता के प्रेम और आशीर्वाद के बल पर भाजपा पुनः निगम में सेवा का अवसर प्राप्त करके अपने सबसे पहले निर्णय के रुप में निगम को पेपरलेस बनाएगी, निगम की सभी सेवाओं को बेहतर तरीके से डिजीटल करेंगे।

श्री उपाध्याय ने कहा कि 31 मार्च 2023 तक हम दिल्ली नगर निगम का एक फोन ऐप बनाएंगे और उसके माध्यम से निगम की सभी सेवाएं जनता के लिए सुलभता से घर बैठे उपलब्ध कराएंगे। ऐप को “माई एमसीडी ऐप” के नाम से जाना जाएगा। इसके परिणाम स्वरुप आम आदमी को अपने छोटे-छोटे कामों के लिए निगम के दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।