कोल्ड स्टोरेज हादसे में 13 की मौत, 28 घंटे से चल रहा रेस्क्यू

उत्तर प्रदेश के संभल में हुए कोल्ड स्टोरेज हादसे में शुक्रवार दोपहर तक मलबे से 21 लोगों को बाहर निकाला गया। इनमें से 13 की मौत हो चुकी है। जबकि 11 को मुरादाबाद हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। गुरुवार को यहां कोल्ड स्टोरेज की 100 फीट लंबी छत ढह गई थी। 24 घंटे से रेस्क्यू चल रहा है। DIG शलभ माथुर ने बताया कि अभी 3 लोग मिसिंग हैं, उनकी तलाश तक सर्च अभियान चलाया जाएगा।”

DM मनीष बसंल ने बताया कि गुरुवार दोपहर 12 बजे से रेस्क्यू शुरू हुआ था। रातभर में छत की कंक्रीट को हटाया गया। अब आलू के बोरे हैं, उनको एक-एक करके हटाया जा रहा है। इस कारण वक्त लग रहा है। उधर, कोल्ड स्टोरेज के मालिक अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

मृतकों के परिजन को 2-2 लाख, गंभीर घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा
उधर, सीएम योगी ने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख, गंभीर घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं, सभी घायलों का फ्री में इलाज किया जाएगा। कमिश्नर और DIG मुरादाबाद की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। ये हादसे की जांच करके रिपोर्ट शासन को देगी।

आलू का दबाव पड़ने से पिलर टूटा…फिर छत ढही​​​​​​
जिस कोल्ड स्टोरेज में हादसा हुआ उसका नाम एके कोल्ड स्टोरेज है। यहां के एक कर्मचारी ने बताया, ”स्टोरेज को बेतरतीब तरीके से क्षमता से ज्यादा भरा जा रहा था। अफसर हम लोगों से और आलू भरने की बात बार-बार कह रहे थे।

जब एक रैक भर गई तो गैलरी में भी जुगाड़ से लकड़ियों के फट्‌टे लगाए गए। उन पर आलू के बोरे लादते गए। आलू का अचानक दबाव पड़ने से स्टोरेज के बीच वाला पिलर तिरछा हो गया। जब तक कोई समझ पता, तब तक पिलर टूट गया और छत ढह गई।

छत टिन शेड और लोहे के एंगल के सहारे बनी हुई थी। बड़े-बड़े एंगल, टिन शेड और आलू के ढेर लोगों पर गिर गए। मैं भी बोरियों का धक्का लगने से गिरा, लेकिन गनीमत रही कि मेरे ऊपर कोई पिलर और बोरी नहीं गिरी। मैं उठा और चिल्लाकर बाहर भागा। इसके बाद पीछे मुड़कर देखा तो पूरा कोल्ड स्टोर मलबे में तब्दील हो चुका था। सभी लोग मलबे में दब गए।”

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