प्रधानमंत्री के विज़न सबके लिए आवास के अनुरूप, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा 376 झुग्गी-झोंपड़ी समूहों के इन-सीटू स्लम पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है। इस पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी समूहों के निवासियों के लिए उचित सुख और सुविधाओं सहित बेहतर और अच्छा रहने योग्य वातावरण प्रदान करना है।
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इन-सीटू पुनर्वास परियोजना के भाग के रूप में जेलरवाला बाग, अशोक विहार के झुग्गी-झोपड़ी निवासियों के पुनर्वास के लिए 1093 परिवारों हेतु ड्रॉ ऑफ लॉट्स का आयोजन किया है। 31 जुलाई, 2023 तक 400 वर्गफुट (सर्कुलेशन एरिया सहित 424.1 वर्गफुट) के 1675 ईडब्ल्यूएस फ्लैट कब्जे के लिए तैयार कर लिए जाने की संभावना है। इस परियोजना पर डीडीए द्वारा निर्माण के लिए किया गया कुल खर्च 421.81 करोड़ रुपए हैं। पात्र परिवारों को 1,71,000/- रुपए (1,41,000/- रुपए फ्लैट के लाभार्थी योगदान के रूप में + 30,000 रुपए 5 वर्ष के लिए रखरखाव प्रभारों के रूप में) का भुगतान करना होगा। डीडीए प्रत्येक फ्लैट के लिए लगभग 24 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगा।
प्रत्येक फ्लैट में दो कमरे, एक रसोईघर, एक बाथरूम, एक शौचालय और बालकनी शामिल हैं, जिसका कवर्ड एरिया 400 वर्ग फुट (सर्कुलेशन एरिया सहित 424.1 वर्ग फुट) है और जिसमें सभी नागरिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। फ्लैटों का निर्माण नवीनतम एमआईवीएएन तकनीक का उपयोग करके किया गया है, जहां भवनों के सभी घटक कंक्रीट से बने हैं। प्रत्येक टावर में, 8वीं मंजिल पर एक खुला मनोरंजनात्मक स्थान है।
टावर सी में सामुदायिक भवन, 4 दुकानें, आंगनबाड़ी, क्लासरूम, डॉक्टर क्लिनिक, चिल्ड्रन डे केयर सेंटर आदि जैसी सामुदायिक सुविधाएं हैं। प्रत्येक टावर में लिफ्ट की व्यवस्था है। पार्किंग के लिए 11024 वर्गमीटर के बेसमेंट का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, सरफेस पार्किंग की भी व्यवस्था है। परियोजना स्थल के भीतर 9257.70 वर्गमीटर के पर्याप्त हरित स्थान की व्यवस्था की गई है।
यहाँ एसटीपी का प्रावधान है, जो एमबीबीआर (मूविंग बेड बायोफिल्म रिएक्टर) तकनीक पर आधारित है। यहाँ ट्रिपल जल आपूर्ति प्रणाली है; पीने योग्य पानी की व्यवस्था दिल्ली जल बोर्ड द्वारा की जाएगी। गैर-पीने योग्य पानी की आवश्यकताओं को शोधित भूमिगत जल और एसटीपी से शोधित जल से पूरा किया जाएगा। निवासियों की सुरक्षा के लिए यह स्थल चारदीवारी से घिरा हुआ है।
यह दि.वि.प्रा की दूसरी इन-सीटू पुनर्वास परियोजना है। नवंबर 2022 में, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘इन-सीटू स्लम पुनर्वास’ परियोजना के तहत स्लम निवासियों के पुनर्वास के लिए कालकाजी, दिल्ली में बनाए गए 3024 नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का उद्घाटन किया और भूमिहीन कैंप में पात्र लाभार्थियों को इन फ्लैटों की चाबी सौंपी।