आज जिस मुकाम पर पहुंचे छात्र उसमें देश के हर व्यक्ति का योगदान, इसलिए कभी भी न भूले देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियां : उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी

उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी केजरीवाल सरकार के गुरु गोविन्द सिंह यूनिवर्सिटी के 15 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुई और स्नातक छात्रों को डिग्री देकर सम्मानित किया| इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “दीक्षांत समारोह छात्रों, उनके माता-पिता और शिक्षकों के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को आभारी होना चाहिए कि कई लोगों के विपरीत, आपको अच्छे संस्थान में पढ़ने का अवसर मिला। लेकिन साथ ही यह भी याद रखना चाहिए कि आप ही की उम्र के कई ऐसे छात्र भी होते हैं जो जीवन के इस पड़ाव तक नहीं पहुंच पाते और अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते। इसलिए मुझे लगता है कि यह छात्रों के लिए अपने माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अवसर है, जो इस यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साथ ही शिक्षक भी जो अधिकांश छात्रों के लिए रोल मॉडल हैं| वो आपकों यहाँ तक पहुंचाने में सबसे अहम भूमिका निभाते है| क्योंकि आप सभी जब पहले दिन स्कूल में कदम रखते है उसी दिन से एक शिक्षक आपके सुनहरे भविष्य तैयार करने की पहल शुरू कर देते है |

उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि, आप सभी के पीछे बहुत सारे ऐसे लोग है, जिन्हें आपने कभी देखा नहीं होगा लेकिन आप सभी को यहाँ तक पहुंचाने में उनकी अहम् भूमिका रही है| क्योंकि आपने जिस यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की उसे बनाने और चलाने में देश का हर आदमी टैक्स देता है| इसलिए दीक्षांत समारोह के मौके पर आप अपने देश व समाज को कभी ना भूले जिनके वजह से आप सभी यहां तक पहुंच पाए है | उन्होंने कहा कि यहां से जितने भी बच्चे निकलेंगे वो प्रतिष्ठित संस्थाओं में नौकरियां करेंगे| लेकिन आप सभी को एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप कितने भी सफल व्यक्ति हो हमे देश को कभी नहीं भूलना है और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को कभी नहीं भूलनी है|

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश की आज़ादी को 75 साल हो गए और इस आज़ादी के लिए बहुत सारे लोगों ने अपना सर्वश्व न्योछावर कर दिया| उन क्रांतिकारी देशभक्तों के बहुत सारे सपने थे जो आज भी अधूरे है| उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले ही अख़बार में एक खबर थी कि मध्यप्रदेश में एक व्यक्ति अपने पत्नी को पीठ पर ढोकर 65 किलोमीटर दूर अस्पताल लेकर गया क्योंकि वहां उसके आसपास डॉक्टर उपलब्ध नहीं है | उन्होंने साझा किया कि अगर हम डेटा देखे तो पता चलता है कि ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में भारत का रैंक 191 देश में 132 है | हमारे बहुत से पडोसी देश ऐसे है, जिन्हें हम कम डेवलप्ड मानते है| लेकिन इस इंडेक्स में वो हमसे आगे है चाहे वो श्रीलंका हो, बांग्लादेश हो या भूटान हो | उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में 5 करोड़ लोग बेरोजगार है| अगर स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करे तो 1 लाख लोगों पर सिर्फ 6 आईसीयू बेड है और हर 10 हजार लोगों पर केवल 5 अस्पताल बेड्स और 8 डॉक्टर उपलब्ध है| ऐसे कई छात्र हैं जो स्कूल जाते हैं लेकिन अंत में स्कूल छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें आर्थिक रूप से अपने परिवार का समर्थन करने की आवश्यकता होती है।

 

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