केंद्र सरकार द्धारा अध्यादेश लाये जाने के बाद दिल्ली मे सरकार का कोई औचित्य नही रह गया है,तुरंत प्रभाव से भंग किया जाये -हरी किशन जिंदल

कांग्रेस नेता व पूर्व जिलाध्यक्ष हरी किशन जिंदल ने कहा कि केंद्र सरकार द्धारा दिल्ली के लिये अध्यादेश लाये जाने के बाद दिल्ली सरकार का कोई औचित्य नही रह गया है केंद्र की भाजपा सरकार व दिल्ली सरकार की आपस में  नूराकुश्ती चल रही है, दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते है, केजरीवाल सरकार कोई काम करके राजी नही है और न काम करने की नीयत है, केंद्र सरकार तानाशाही में लगी हुई है,

श्री जिंदल ने कहा कि डीडीए, NDMC, दिल्ली छावनी, एयरपोर्ट अथारिटी, दिल्ली मेट्रो व दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में नही है यह विभाग केंद्र सरकार के आधीन है, दिल्ली में विश्व के सभी देशो के दूतावास और हाई कमीशन है और उन देशों के उच्चाधिकारियों का यहां आना जाना लगा रहता है, उनकी सुरक्षा की दृष्टि से सरकार का आपसी तालमेल विभागों में होना चाहिये जोकि नही है और दिल्ली में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कर दिल्ली के विकास पर ध्यान दिया जाना चाहिये |

दिल्ली में सरकार चलाने के लिये अलग-अलग विभाग व पूरी सरकारी मशीनरी है, केजरीवाल सरकार जनता के टैक्स का पैसा बेवजह विज्ञापनो व विधायको की तन्खवाह मे खर्च कर रही है, इसके लगभग सारे नेता भ्रष्टाचार में डूबे है इसलिये दिल्ली सरकार को भंग किया जाना चाहिये |

श्री जिंदल ने कहा कि दिल्ली में पहले सरकार नही थी महानगर परिषद थी उस समय जितने अधिकार महानगर परिषद के पास थे जैसे पार्क, बडे रोड, हास्पिटल व सिविल डिपार्ट मेंट जैसे वाटर व सीवरेज बोर्ड, ट्रांस यमुना बोर्ड, जे जे स्लम बोर्ड, ग्रामीण बोर्ड, DTC, Desu व अन्य सब नगर निगम के अधिकार में थे, उन सबमे से कुछ अधिकार देकर दिल्ली सरकार का गठन किया गया था इनको वापस पुन: नगर निगम के अंदर लाकर दिल्ली नगर निगम को ताकत दी जाये |दिल्ली देश की राजधानी है और यहां पर D ग्रेड की विधानसभा का दर्जा दिया हुआ है इसलिये दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने में तकनीकी अडचन है, केजरीवाल साहब को मुख्यमंत्री बने हुए लगभग 9 साल हो गये है उन्होने आज तक दिल्ली के लिये कोई काम नही किया है, एैसा लगता है कि केजरीवाल साहब को महत्वाकांक्षा, डिप्रेशन व बडबोलेपन की बीमारी है, उनको इलाज की जरुरत है, केजरीवाल की चतुराई (overclever) के कारण वह सिर्फ लडाई की नीयत और काम न करने के बहाने ढूंढते है |

श्री जिंदल ने बताया कि दिल्ली की जनता लगभग 9 साल से बेवकुफ बन रही है और केजरीवाल साहब जनता की गाढी कमाई से जमा किये गये टैक्स के पैसे का दुरुपयोग कर अपना महल बनवाने में लगा रहे हैं व अपनी सुख सुविधाओ पर खर्च कर रहे है, सरकार घोटालेबाजों व भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है, दिल्लीवासी मूलभूत सुविधाओं की कमी जैसे पानी नही आना, बिजली जाना, ट्रैफिक जाम, जलभराव, पानी की निकासी की व्यवस्था न होना, कूडा व गंदगी के ढेर व अन्य समस्याओं के कारण परेशान है, अभी कुछ दिन पहले दिल्लीवासियो को बरसात में यमुना नदी में आयी बाढ के कारण भारी परेशानी उठानी पडी थी, कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के 15 साल के समय में दिल्ली में बहुत विकास हुआ था, सब काम सुचारु रुप से होता था और उस समय दिल्ली वासियों को कोई दिक्कत नही थी |

श्री जिंदल ने कहा कि दिल्ली में अब दिल्ली सरकार की कोई जरुरत नही है, जब अलग अलग विभाग यहां पर है और उन विभागों को अपना काम करने की ताकत दे रखी है और उसमें केन्द्र सरकार का सीधा हस्तक्षेप है, श्री जिंदल ने केन्द्रीय ग्रहमंत्री से मांग की है कि दिल्ली में LG एडमिनिस्ट्रेटर हैं इसलिये दिल्ली सरकार को तुरंत प्रभाव से भंग किया जाये |

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