रोहतक
हरियाणा के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग से सेवानिवृत्त प्रोफेसर सुमेधा धनी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर योगदान के लिए गत दिवस ‘इंटरनेशनल आइकॉन अवार्ड 2023’ पुरस्कार से नवाजा गया। हुई थीं। प्रो. सुमेधा धनी ने साढ़े 31 वर्ष तक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में पत्रकारिता एवं जनसंचार में अपनी विशिष्ट सेवाएं दी और इस दौरान 25 अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राजकीय पुरस्कार प्राप्त कर हरियाणा का नाम विश्व में रोशन किया। प्रो. सुमेधा धनी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर योगदान के लिए यह 26वां पुरस्कार मिला।
गौरतलब है कि 1990 के दशक में अपने करियर की शुरुआत से, उनका रिकॉर्ड उत्कृष्ट था। पांच साल के शिक्षण और शोध अनुभव के बाद, उन्होंने मास कम्युनिकेशन में पीएचडी के लिए ऑस्ट्रेलियाई रिसर्च स्कॉलरशिप हासिल की, स्कॉलरशिप का शीर्षक ADCOS – 1997, ऑस्ट्रेलियाई विकास सहयोग छात्रवृत्ति, तीन साल के लिए था। यह पूरी तरह से भुगतान वाली छात्रवृत्ति थी। इसके बाद उन्हें 2000-2001 तक डीकिन यूनिवर्सिटी विक्टोरिया ऑस्ट्रेलिया की रिसर्च स्कॉलरशिप मिली थी। इस बीच, उन्हें नेशनल यूनिवर्सिटी कैनबरा से एक और छात्रवृत्ति पुरस्कार के लिए आमंत्रित किया गया। दिसंबर 1991 में, उन्हें अपने विषय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली द्वारा निर्धारित पूरी आवश्यकता को पूरा करने वाली एकमात्र उम्मीदवार के रूप में नंबर वन पर चुना गया था।
इसके बाद प्रो. सुमेधा धनी ने कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा और 1994 में, उन्हें एशियन मास कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन सेंटर (AMIC) के वार्षिक अकादमिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए चुना गया था, जो सिंगापुर से संचालित होता था। 1996 में, उन्होंने सिंगापुर में आयोजित एएमआईसी के वार्षिक सम्मेलन में एक पेपर प्रस्तुत किया। 1997 से पहले, उन्हें जनवरी में सेंट्रल क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी, रॉकहैम्प्टन, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में पीएचडी अनुसंधान के लिए प्रवेश लेने के लिए चुना गया था। एक बार जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश लिया, तो उन्होंने जिन सम्मेलनों में भाग लिया, वे सभी अंतर्राष्ट्रीय थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सभी बड़े शहरों और विश्वविद्यालयों, देश के विभिन्न कोनों जैसे मेलबर्न, सिडनी, एडिलेड, पर्थ में शोध पत्र प्रस्तुत किए।
प्रो. सुमेधा के चयन में एडिनबर्ग और संयुक्त राज्य अमेरिका, इस्तांबुल तुर्की, मैड्रिड, स्पेन, IAMCR – हैदराबाद शामिल हैं। इस विषय की सबसे बड़ी एसोसिएशन, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर मीडिया एंड कम्युनिकेशन रिसर्च ने उन्हें आईएएमसीआर – इस्तांबुल में 4 व्यक्तिगत शोध पत्र प्रस्तुत करने का अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करते हुए देखा। एक एशियाई भारतीय का इस स्तर पर काम करना बर्दाश्त नहीं किया गया और एक लेखक को दो से अधिक पेपर न देने की अनुमति के लिए नियम बना दिए गए।
प्रो. सुमेधा धनी ने अपनी योग्यता के बल पर विश्व के विभिन्न महाद्वीपों के प्रमुख देशों आस्ट्रेलिया, तुर्की, अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड व कुछ एशियाई देश थाईलैंड, मयनमार्ग (बर्मा) व लाओस (पी.डी.आर.), फ्रांस, नेपाल आदि देशों का भ्रमण किया व रिसर्च प्रस्तुत किए व विदेशी किताबों में प्रोफेसर सुमेधा धनी के चैप्टर भी प्रकाशित हुए हैं।