आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में 14 अप्रैल बाबा साहब के जन्मदिवस के उपलक्ष में दो दिवसीय भव्य कार्यक्रम

संघर्ष समिति के बैनर तले आरक्षण समर्थक कार्मिकों ने बाबा साहब के जन्म दिवस पर गोमती नगर स्मारक पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी अपनी श्रद्धांजलि  और उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का लिया संकल्प तत्पश्चात 10 कुंतल भोजन व फल दान कर एक दूसरे को दी बधाई।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति का दो दिवसीय कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा अंततः कार्यक्रम का हुआ समापन आगे भी बाबा साहब की जयंती प्रदेश के अन्य जनपदों में अलग-अलग तिथियां में मनाई जाएगी जिसमें आरक्षण समर्थक कार्मिक लेंगे भाग।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में 14 अप्रैल बाबा साहब के जन्मदिवस के उपलक्ष में दो दिवसीय भव्य कार्यक्रम आज बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर स्मारक गोमती नगर गेट के सामने संपन्न हुआ जिसमें सभी विभागों के आरक्षण समर्थक कार्मिकों व संघर्ष समिति संयोजक मंडल द्वारा सर्वप्रथम सुबह बाबा साहब के चित्र और प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए याद किया गया और यह संकल्प लिया गया कि सभी आरक्षण समर्थक कार्मिक उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर उनके सपने को साकार करेंगे।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के प्रमुख संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने सभी आरक्षण समर्थक कार्मिकों को बाबा साहब द्वारा बनाई गई संवैधानिक व्यवस्था के प्रति सचेत होकर प्रत्येक संघर्ष में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु शपथ दिलाई तत्पश्चात संघर्ष समिति द्वारा 10 कुंतल भोजन व फल का दान बाबा साहब के अनुयायियों के बीच प्रातः 10 बजे से देर शाम तक वितरित किया और एक दूसरे को बधाई दी।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा के बी राम राम शब्द जैसवारा आरपी केन एसपी सिंह पीएम प्रभाकर अनिल कुमार अजय कुमार श्यामलाल लेख राम दिनेश कुमार प्रेमचंद बिंदा प्रसाद राजेश कुमार जितेंद्र कुमार प्रभु शंकर श्री निवास राव बनी सिंह धीरेंद्र कुमार सुनील कनौजिया ने कहा आज बाबा साहब के जन्म दिवस पर पूरे प्रदेश में 8 लाख आरक्षण समर्थक कार्मिकों ने सभी जनपदों में बाबा साहब को याद करते हुए उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया अभी आगे भी बाबा साहब की जयंती मनाने का कार्यक्रम प्रदेश के अनेकों भागों में चलता रहेगा बाबा साहब की देन है कि आज बहुजन समाज को उनका संवैधानिक अधिकार मिला और वह अपने संघर्षों के बल पर अपना संवैधानिक अधिकार ले पा रहे हैं हम सबके लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी हम बाबा साहब के बताए हुए रास्ते पर चले।