एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड ने गुजरात के कच्छ में स्थित अपनी पहली परियोजना-50 मेगावाट की दयापार पवन परियोजना-के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा nकी

एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड, जोकि एनटीपीसी  की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, ने, 4 नवंबर, 2023 को गुजरात के कच्छ इलाके के दयापार में स्थित अपनी पहली परियोजना -50 मेगावाट की पवन परियोजना- के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा की है। इसके साथ ही, एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित क्षमता बढ़कर 73,874 मेगावाट की हो गई है और एनटीपीसी समूह की कुल आरई परिचालन क्षमता अब 3,364 मेगावाट हो गई है।दयापार विंड एनटीपीसी आरईएल की पहली परियोजना है और यह नए भारतीय विद्युत ग्रिड कोड और सामान्य नेटवर्क एक्सेस व्यवस्था के तहत वाणिज्यिक घोषित होने वाली भारत की पहली क्षमता है।दयापार विंड के अलावा, 15 अन्य आरई परियोजनाएं कार्यान्वन के विभिन्न चरणों में हैं, जिनकी कुल क्षमता 6,210 मेगावाट है। इसके अलावा, पूरी तरह से चालू होने पर, दयापार विंड कॉम्प्लेक्स एनटीपीसी के 100 मेगावाट के मौजूदा पवन पोर्टफोलियो में 450 मेगावाट और जोड़ देगा।

सौर और पवन क्षमता के अलावा, एनटीपीसी आरईएल ग्रीन हाइड्रोजन प्रौद्योगिकियों में भी निवेश कर रहा है। हरित हाइड्रोजन भंडारण और माइक्रोग्रिड सिद्धांत पर आधारित, यह लद्दाख में एक बड़ी क्षमता स्थापित कर रहा है।एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल), जोकि एनटीपीसी की एक अन्य पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, ने 2,711 मेगावाट की आरई क्षमता शुरू की है और दो सौर परियोजनाएं अर्थात् उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 40 मेगावाट की सौर परियोजना और आंध्र प्रदेश के पुदीमदका में एक हाइड्रोजन हब स्थापित कर रही है।एनटीपीसी की आरई क्षमता वृद्धि में तेजी लाने हेतु एनटीपीसी आरईएल को 7 अक्टूबर, 2020 को एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में निगमित किया गया था।दीर्घकालिक विकास योजना और स्थिरता के हिस्से के रूप में, एनटीपीसी ने 2032 तक 60 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है और अब इसकी 20 गीगावॉट+ आरई क्षमता कतार में है।

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