IRFC और IIFCL ने रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण में सहयोग को मजबूत करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

नई दिल्ली

भारतीय रेलवे वित्त निगम लिमिटेड (आईआरएफसी), रेल मंत्रालय के तहत एक अनुसूची ‘ए’ / मिनीरत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम ने इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल), एक सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। वित्त मंत्रालय, भारतीय रेलवे क्षेत्र के लिए आगे और पीछे के लिंकेज के साथ रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण में सहयोग को मजबूत करने के लिए।

एमओयू पर श्री अमिताभ बनर्जी, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, आईआरएफसी और श्री. पद्मनाभन राजा जयशंकर, प्रबंध निदेशक, आईआईएफसीएल,द्वारा हस्ताक्षर किए गए। दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में।

इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से, IRFC और IIFCL एक-दूसरे की क्षमताओं को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, जिससे वे संयुक्त रूप से व्यवहार्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण के अवसरों का लाभ उठा सकें।

इस अवसर पर बोलते हुए श्री. आईआरएफसी के सीएमडी अमिताभ बनर्जी ने कहा, “आईआरएफसी और आईआईएफसीएल के बीच साझेदारी 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम है। दो प्रमुख वित्तपोषण संस्थानों के बीच यह सहजीवी संबंध एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। देश में रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में गति प्रदान करने में भूमिका, जिससे ग्राहक अनुभव में वृद्धि हो और इस अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे को सुविधाजनक बनाकर रसद लागत को कम किया जा सके।

भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए बुनियादी ढांचा क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए श्री. आईआईएफसीएल के एमडी पी आर जयशंकर ने कहा, “आईआईएफसीएल देश में बुनियादी ढांचा वित्तपोषण क्षेत्र का नेतृत्व कर रहा है और यह समझौता ज्ञापन दोनों पक्षों को रेलवे क्षेत्र सहित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के सह-वित्तपोषण/संघ वित्तपोषण में सहयोग को मजबूत करने में सक्षम बनाएगा।”

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