यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में हंगामा, सड़कों पर बवाल

यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में बिहार के कई शहरों में समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। पटना, शेखपुरा, वैशाली, बेतिया, जहानाबाद और नालंदा समेत कई शहरों में मनीष के समर्थक सड़कों पर उतरे और सड़कों को जाम किया। प्रदर्शन के दौरान समर्थकों ने नीतीश और तेजस्वी के खिलाफ नारेबाजी की। जगह-जगह आगजनी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़ा, फिर जाम खुलवाया। बता दें कि राज्य में बंद का आह्वान ब्राह्मण-भूमिहार समाज से आने वाले और राष्ट्रीय जन जन पार्टी के अध्यक्ष आशुतोष कुमार और मनीष कश्यप के समर्थकों ने किया है। समर्थकों ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो।

ट्विटर पर कैंपेन

यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में ट्विटर पर कैंपेन भी चल रहा है। ट्वीट कर कहा गया है बिहार में हैं तो बंद का साथ दीजिए और बाहर हैं तो ट्विटर के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराए।

मनीष पर क्या हैं आरोप

मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने का आरोप है। EOU ने इस मामले में 3 केस दर्ज किए हैं। वहीं अपनी गिरफ्तारी की झूठी खबर चलाने को लेकर भी मनीष पर पटना में एक FIR हुई है। इसके अलावा पश्चिम चंपारण में यूट्यूबर के खिलाफ 7 मामले दर्ज हैं। 18 मार्च को सरेंडर करने के बाद मनीष को रविवार शाम 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

रिमांड बढ़ाने की ईओयू ने दी है अर्जी

गिरफ्तारी के बाद ईओयू ने मनीष की सात दिनों की रिमांड मांगी थी मगर कोर्ट ने एक दिन की रिमांड ही मंजूर की। बुधवार को 24 घंटे की रिमांड पर मनीष से लंबी पूछताछ हुई। आर्थिक अपराध इकाई ने बुधवार को ही रिमांड की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन दिया है। जिसपर आज कोर्ट अपना आदेश सुना सकती है।

वीडियो सिर्फ मनीष ने पोस्ट नहीं किए- राष्ट्रीय जन जन पार्टी

राष्ट्रीय जन जन पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पुष्कर नारायण सिंह के अनुसार मनीष कश्यप के खिलाफ कार्रवाई राज्य सरकार और पुलिस की तरफ से की गई है। वो सही नहीं है। तमिलनाडु मामले में वीडियो सिर्फ मनीष कश्यप ने अकेले नहीं पोस्ट किया था। उसके अलावा भी कई लोगों ने पोस्ट किया था। पूर्व सांसद पप्पू यादव, लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इस मामले को उठाया था। चिराग पासवान तो तमिलनाडु गए भी थे। फिर इस मामले में आरोपी मनीष कश्यप को ही क्यों बनाया गया? इसी वजह से आज बिहार बंद किया गया है। इस दौरान एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी इमरजेंसी और स्टूडेंट्स की गाड़ियों को रोका नहीं जाएगा।

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