2016 और 2022 के बीच प्रदूषण की स्थिति में कोई राहत नहीं मिली है और सीएम केजरीवाल को दिल्ली में गंभीर और खराब प्रदूषण दिनों की संख्या में कमी के अपने दावे को सही ठहराने वाली तकनीकी रिपोर्ट सार्वजनिक डोमेन में डालनी चाहिए : वीरेंद्र सचदेवा

सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा यह कहना चैंकाने वाला है कि वह अब एमसीडी के साथ सहयोग करेंगे क्योंकि उनकी पार्टी सत्ता में है, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि उनकी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में बीजेपी संचालित एमसीडी के साथ सहयोग नहीं किया – वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली।  दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली के लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में सुधार के दावे को देखकर हैरान हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि 2016 और 2022 के बीच प्रदूषण की स्थिति में कोई राहत नहीं मिली है और सी.एम. को बताना चाहिए कि उन्होंने किस वैज्ञानिक आधार पर दावा किया है कि प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुआ है। दिल्ली के लोगों की मांग है कि सी.एम. केजरीवाल दिल्ली में गंभीर और खराब प्रदूषण दिनों की संख्या में कमी के अपने दावे को सही ठहराने वाली तकनीकी रिपोर्ट सार्वजनिक करें।

उन्हें यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार का क्या योगदान रहा है क्योंकि हाल तक दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति भी कहती रही है कि दिल्ली का औसत प्रदूषण स्तर अपेक्षित मानकों से काफी ऊपर है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि यह चैंकाने वाला है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार किया कि वह अब ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर एम.सी.डी. के साथ सहयोग करेंगे क्योंकि उनकी पार्टी सत्ता में है, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि उनकी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में भाजपा द्वारा संचालित एम.सी.डी. के साथ सहयोग नहीं किया।

श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि सड़कों पर धूल प्रदूषण को कम करने के लिए नई मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन और स्प्रिंकलर लाने के मुख्यमंत्री केजरीवाल के दावे में कोई नई बात नहीं है। यह एक पुरानी कहानी है जिसे केजरीवाल और उनके मंत्री गोपाल राय हर छह महीने में दोहराते रहे हैं लेकिन बहुत कम मशीनें लेकर आए हैं।

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