भारत सरकार के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता अभिवृद्धि लक्ष्य को प्राप्त करने और नेट जीरो विजन को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी, 2024 को विडियो कोन्फरेंसिंग के माध्यम से गांव: करणीसर-भाटियान, तहसील पूगल, जिला-बीकानेर, राजस्थान में स्थित 300 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र की आधारशिला रखी। यह परियोजना भारत सरकार की सीपीएसयू स्कीम, चरण- II, श्रृंखला- III के अंतर्गत एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा कुल 1732 करोड़ रुपए के निवेश के साथ स्थापित की जा रही है।
भारत में विनिर्मित उच्च दक्षता वाले बाइफेशियल मॉड्यूल सहित अत्याधुनिक तकनीक से लैस, यह सौर परियोजना प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप है। इससे उत्पादित विद्युत को बीकानेर-II आईएसटीएस सबस्टेशन के माध्यम से प्रेषण किया जाएगा। इस परियोजना का लक्ष्य 28.50% की क्षमता उपयोग कारक (सीयूएफ) पर विचार करते हुए वार्षिक लगभग 750 मिलियन यूनिट हरित ऊर्जा का उत्पादन करना है, जिससे इसके जीवनकाल में लगभग 18,000 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित 134.70 करोड़ रुपए की व्यवहार्यता अंतर निधि (वीजीएफ) पर विचार करते हुए 25 वर्षों के लिए रु 2.45/ यूनिट के प्रतिस्पर्धी टैरिफ पर पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के साथ इस परियोजना के लिए विद्युत उपयोग समझौता किया गया है। इस परियोजना को सितंबर, 2024 तक चालू करने की योजना है। इस परियोजना से परियोजना चरण के दौरान अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 600 व्यक्तियों और प्रचालन एवं रखरखाव चरण के दौरान 100 कर्मियों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होगें। इसके अलावा, राजस्थान राज्य सरकार को ग्रिड प्रबंधन, अन्य सहायक अवसंरचना और हितधारकों के लिए सुविधा कार्यों के लिए बड़ी विद्युत प्रणाली की अवसंरचना के विकास के लिए राज्य की सौर नीति के प्रावधानों के अनुसार राजस्थान अक्षय ऊर्जा विकास निधि में भी लाभ प्राप्त होगा।
इस समारोह में श्री भजन लाल शर्मा, माननीय मुख्यमंत्री, राजस्थान, श्री आर.के. सिंह, माननीय केंद्रीय मंत्री (विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा), श्री अर्जुन राम मेघवाल, माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री (विधि एवं न्याय, संसदीय कार्य और संस्कृति), संसद सदस्य, बीकानेर भी उपस्थित थे।
श्रीमती दीया कुमारी, उप मुख्यमंत्री, राजस्थान, श्री कृष्ण पाल गुर्जर, केंद्रीय राज्य मंत्री (विद्युत एवं भारी उद्योग) और श्री प्रेम चंद बैरवा, उप मुख्यमंत्री, राजस्थान भी इस समारोह में शामिल हुए। एनएचपीसी लिमिटेड भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी है। अपने 25 पावर स्टेशनों के माध्यम से एनएचपीसी की कुल संस्थापित क्षमता 7097.2 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा (पवन और सौर सहित) है, जिसमें सहायक कंपनियों के माध्यम से 1520 मेगावाट शामिल है। वर्तमान में, एनएचपीसी (सहायक/संयुक्त उद्यम कंपनियों सहित) 10449 मेगावाट की कुल संस्थापित क्षमता वाली 15 परियोजनाओं का निर्माण कर रही है।