पर्यटन मंत्रालय ने ‘ट्रैवल फॉर लाइफ’ के वैश्विक शुभारम्भ का आयोजन किया

केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने विश्व पर्यटन दिवस 2023 के अवसर पर नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी), संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ), और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के साथ साझेदारी में, मिशन  लाइफ के तहत पर्यटन क्षेत्र की ओर लक्षित एक क्षेत्रीय कार्यक्रम ‘ट्रैवल फॉर लाइफ’ का वैश्विक शुभारम्भ का आयोजन किया।

इस अवसर पर पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री श्री. अजय भट्ट; पर्यटन सचिव सुश्री वी. विद्यावती; पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में सचिव सुश्री लीना नंदन; पर्यटन मंत्रालय में अपर सचिव श्री. राकेश कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।इस अवसर पर श्री. अजय भट्ट ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय की हालिया पहल “ट्रैवल फॉर लाइफ” टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन ने वैश्विक एकता और सहयोग बनाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है, और सम्मेलन में हुए विचार-विमर्श ने स्थायी भविष्य के लिए राष्ट्रों की सामूहिक आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित किया है। उन्होंने प्रत्येक सैलानी, प्रत्येक व्यवसाय और हर नागरिक से इस कार्यक्रम को अपनाने और जिम्मेदारी से यात्रा करने, हमारे पर्यावरण का सम्मान करने और हमारी दुनिया को इतना खूबसूरत बनाने वाली विविध संस्कृतियों को समझने और सराहने का संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ट्रैवल फॉर लाइफ कार्यक्रम मिशन लाइफ का एक हिस्सा है जो हमारी धरती को टिकाऊ बनाने का मार्ग प्रशस्त करता है।

पर्यटन सचिव सुश्री वी. विद्यावती  ने ट्रैवल फॉर लाइफ और इसके विविध आयामों की समीक्षा पेश की। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि ‘ट्रैवल फॉर लाइफ’ कार्यक्रम पर्यटकों को भ्रमण के दौरान सरल कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करेगा जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण, जैव विविधता, स्थानीय अर्थव्यवस्था में सुधार और स्थानीय समुदायों की सामाजिक-सांस्कृतिक अखंडता का संरक्षण होगा। इसका उद्देश्य पर्यटन मूल्य श्रृंखला में हितधारकों द्वारा संसाधनों का सावधानीपूर्वक और सोच-समझ के साथ उपयोग करना है।

इस अवसर पर सुश्री लीना नंदन ने कहा कि मिशन लाइफ का उद्देश्य टिकाऊ जीवन शैली अपनाना है, जिसका अर्थ है संसाधनों का सोच-समझकर उपयोग करना। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती का मुकाबला सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को सकारात्मक और सक्रिय पर्यावरण संबंधी कार्यों के माध्यम से करना होगा।

पर्यटन मंत्रालय के अपर सचिव श्री. राकेश कुमार वर्मा ने  अपने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि जी-20 नई दिल्ली लीडर्स घोषणा (एनडीएलडी) ने सतत सामाजिक-आर्थिक विकास और आर्थिक समृद्धि के साधन के रूप में पर्यटन और संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

इस कार्यक्रम में ट्रैवल फॉर लाइफ कार्यक्रम का दो अलग-अलग क्षेत्रों के लिए शुभारम्भ हुआ। पहला स्वच्छता के लिए ट्रैवल फॉर लाइफ जो स्वच्छता अभियान के साथ पर्यटक स्थलों और स्मारकों की सफ़ाई के लिए एक राष्ट्रीय टीएफएल अभियान है और दूसरा ग्रामीण पर्यटन के लिए ट्रैवल फ़ॉर लाइफ जो पर्यटकों को ग्रामीण और कम-ज्ञात पर्यटक स्थलों का भ्रमण करने के लिए प्रोत्साहित करेगा जिससे स्थायी ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इससे ग्रामीण समुदाय सशक्त होगा।

‘ट्रैवल फॉर लाइफ’ कार्यक्रम की गतिविधियां टिकाऊ आर्थिक विकास को बढ़ावा देती हैं, टिकाऊ उपभोग और उत्पादन को प्रोत्साहित करती हैं और इस तरह बेहतर कार्य और आर्थिक विकास पर केंद्रित (एसडीजी 8), टिकाऊ शहरों और समुदायों (एसडीजी 11), जिम्मेदार उपभोग और उत्पादन  (एसडीजी 12),जलवायु कार्रवाई (एसडीजी 13) और पानी के नीचे जीवन (एसडीजी 14) पर केंद्रित एसडीजी में योगदान देती हैं। कार्रवाइयों की विस्तृत श्रृंखला को देखते हुए, ‘ट्रैवल फॉर लाइफ’ लगभग सभी एसडीजी  में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से योगदान देता है।गोवा रोडमैप की प्रमुख प्राथमिकताओं के अनुरूप, इस कार्यक्रम के दौरान केस स्टडीज और सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए ‘टूरिज्म फॉर टुमॉरो’ नामक एक राष्ट्रीय ट्रैवल फॉर लाइफ प्रतियोगिता भी शुरू की गई थी।

नई दिल्ली के भारत मंडपम में ट्रैवल फॉर लाइफ के वैश्विक लॉन्च में वर्चुअल तरीके से अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, जी-20  सदस्य देशों के प्रतिभागियों, उद्योग और राज्य सरकारों ने भाग लिया।इस कार्यक्रम में भारत भर में 108 पर्यटन स्थलों पर ‘टूरिज्म फॉर टुमॉरो’ प्रतियोगिता, डिजाइन एडिबल कटलरी प्रतियोगिता, युवा टूरिज्म क्लब मर्चेंडाइज और स्वच्छता अभियान जैसी अन्य पहलों की शुरुआत हुई। ‘टूरिज्म फॉर टुमॉरो’ प्रतियोगिता पर्यटन के लिए जी-20 गोवा रोडमैप की पांच प्रमुख प्राथमिकताओं पर आधारित है, जो हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल, पर्यटन एमएसएमई और गंतव्य प्रबंधन हैं। पर्यटन मंत्रालय इस प्रतियोगिताओं के जरिए भारत में एसडीजी-संचालित पर्यटन के सर्वोत्तम प्रथाओं को मान्यता देगा और उनका समर्थन करेगा।

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के तहत एनसीएचएमसीटी (नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी) से संबद्ध होटल प्रबंधन संस्थानों के लिए खाद्य कटलरी के क्षेत्र में अभिनव समाधान विकसित करने के लिए एक डिजाइन चुनौती प्रतियोगिता की योजना बनाई गई है।

स्वच्छता अभियान गतिविधियों के अनुरूप, स्वच्छता अभियान के शुभारंभ के लिए चिन्हित 108 पर्यटक स्थलों पर  पर्यटन मंत्रालय ने बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान की योजना बनाई है। यह अभियान इन 108 स्थलों के साथ-साथ अन्य पर्यटक महत्व के स्थानों पर भी चलाया जाएगा। पूरे अभियान का उद्देश्य कूड़े की सफाई, स्वच्छता सुनिश्चित करना और एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) पर प्रतिबंध लगाना और पर्यावरण के अनुकूल पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए, स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों और युवा पर्यटन क्लब (वाईटीसी) के सदस्यों को भी शामिल किया गया है।

इस अवसर पर पर्यटन के माध्यम से ग्रामीणों की सांस्कृतिक विरासत और सतत विकास को बढ़ावा देने और संरक्षण के लिए सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन ग्राम पुरस्कार प्रदान किए गए। 35 ग्रामीण पर्यटन गांवों में से 5 को स्वर्ण, 10 को रजत और 20 गांवों को कांस्य श्रेणी में पुरस्कृत  किया गया।

error: Content is protected !!